पुदीना एक संजीवनी बूटी…..दे आपको बहुत से लाभ

pudina

पुदीना करे संजीवनी बूटी का काम कैसे…जानिये

पुदीना एक बहुत ही लाभदायक औषधीय गुणों वाला पौधा है । पुदीना त्वचा से जुड़ी कई बीमारियों में भी एक अचूक उपचार है | पुदीने की प्रकृति गर्म होती है जिसके पत्ते गोल छोटे और खुशबूदार होते हैं | यह जमीन के ऊपर फैलता है। पुदीने का लेटिन नाम मेन्था स्पाइकेटा है। यह विटामिन ए से भरपूर होने के साथ-साथ बहुत ही गुणकारी भी है।पोदीने में कैलोरी, नियोसीन, प्रोटीन, पोटेशियम, थायमिन, रिबोफ्लेविन, आयरन, कैल्शियम, विटामिन-ए, बी ,सी डी और इ आदि रासायनिक घटक पाए जाते हैं। आइये जानते हैं इसके स्वास्थ्यवर्धक कुछ लाभ :-

मुँह की द्र्गंध दूर करे :- पुदीना एक माउथ फ्रेशनर है जो मुँह की दुगंध को दूर भागता है | अगर आपके मुंह से बदबू आती है तो पुदीने की कुछ पत्त‍ियों को चबा लें | निय‍म से इसके पानी से कुल्ला करने पर भी बदबू चली जाएगी |

 

गर्मियों की लू से बचाए :- गर्मियों में पुदीना नियमित रूप से इस्तेमाल में आना चाहिए | गर्मी में लू से बचने के लिए भी पुदीने का इस्तेमाल किया जाता है | इसके रस को पीकर बाहर निकलने से लू लगने का डर भी ख़तम हो जाता है |

 

हैजा रोग से बचाए :- हैजा रोग होने पर पुदीने का इस्तेमाल अक्सर किया जाता है | हैजा होने पर पुदीना , नींबू का रस , प्याज का रस, बराबर मात्रा में मिलाकर पीने से फायदा मिलता है |

 

उल्टी रोकने में सहायक :- उल्टी होने पर आधा कप पुदीना का रस पीने से उल्टी आना बंद हो जाती है |

 

पेट का दर्द भगाए :- पेट दर्द होने पर भी पुदीने को काली मिर्च, जीरा , और हींग के साथ मिलाकर खाने से आराम मिलता है |

 

चेहरे को ठंडक पहुचाये :- पुदीने की ताजी पत्त‍ियों को पीसकर चेहरे पर लगाने से चेहरे को ठंडक मिलती है | यह आँखों के लिए भी एक सफल दवा का काम करती है |

कोलेस्ट्रोल कम करे :-  पुदीने में मौजूद फाइबर कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करता है और मिटापा कम करने में सहायता करता है |

 

जुकाम, खांसी व बुखार में राहत दे :- पुदीने का रस काली मिर्च व काले नमक के साथ चाय की तरह उबालकर पीने से जुकाम, खांसी व बुखार में राहत मिलती है।

 

नक्सीर फटने से रोके :- यदि आपको गर्मियों में बार बार नक्सीर फटने की शिकायत होती है तो प्याज एवं पुदीने का रस मिलाकर नाक में डालने से आपकी यह शिकायत दूर हो जायेगी और बार बार नक्सीर नहीं फटेगी |

 

जी मिचालाने पर करे इस्तेमाल :- अधिक गर्मी के कारन अक्सर हमारा जी मिचलाने लगता है | यदि आपका जी मिचलाए तो एक चम्मच सूखे पुदीने की पत्तियों का चूर्ण और आधी छोटी इलायची के चूर्ण को एक गिलास पानी में उबालकर पीने से लाभ होता है।

 

चर्म रोग दूर करे :- पुदीने का रस यह चर्म रोगों को भी समाप्त करता है। चर्म रोग होने पर पुदीना के पत्तों का लेप लगाने से आराम मिलता है। पुदीने का रस किसी घाव पर लगाने से घाव जल्दी भर जाते हैं।

 

मासिक धर्म में दे फायदा :- मासिक धर्म समय पर न आने पर पुदीने की सूखी पत्तियों के चूर्ण को शहद के साथ समान मात्रा में मिलाकर दिन में दो या तीन बार नियमित रूप से सेवन करने पर लाभ मिलता है |

 

अन्य लाभ :- पुदीने की पत्तियां चबाने या उनका रस निचोड़कर पीने से हिचकियां बंद हो जाती हैं। सिरदर्द में पत्तियों का लेप माथे पर लगाने से आराम मिलता है।

 

सौन्दर्य से जुड़े लाभ :- शराब में पुदीने की पत्तियों को पीसकर चेहरे पर लगाने से चेहरे के दाग, धब्बे, झांई  मिट जाते हैं। पुदीने के रस को मुल्तानी मिट्टी में मिलाकर चेहरे पर लेप करने से चेहरे की झांइयां समाप्त हो जाती हैं और चेहरे की चमक भी बढ जाती है। इसके रस को चेहरे पर लगाने से कील और मुंहासे भी दूर हो जाते हैं |

पुदीने के कुछ अन्य घरेलू नुस्खे

  • पुदीने के ताजे पत्तों को मसलकर मूर्छित व्यक्ति को सुंघाने से मूर्छा दूर हो जाती है।

 

  • प्रसव के समय पुदीने का रस पिलाने से प्रसव आसानी से हो जाता है।

 

  • ताजा-हरा पुदीना पीसकर चेहरे पर बीस मिनट तक लगा लें। फिर ठंडे पानी से चेहरा धो लें। यह त्वचा की गर्मी निकाल देता है।

 

  • पुदीने को पानी में उबालकर थोड़ी चीनी मिलाकर उसे गर्म-गर्म चाय की तरह पीने से बुखार दूर होकर बुखार के कारण आई निर्बलता भी दूर होती है।

 

  • पुदीने के रस को नमक के पानी के साथ मिलाकर कुल्ला करने से गले का भारीपन दूर होता है और आवाज़ साफ़ होती है।

 

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