
सौंफ – रसोई की शान की पहचान….. ज़रूर दें इस पर ध्यान…..
सौंफ को मसालों का राजा कहा जाता है। यह स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी होती है। सौंफ में कैल्शियम, सोडियम, आयरन, पोटेशियम आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके बीज का इस्तेमाल कई जगा किया जाता है | सौंफ का तेल भी कई प्रकार के रोगों का उपचार के लिए काम में आता है। पेट के कई विकारों जैसे मरोड़, दर्द और गैस्ट्रो विकार, अस्थमा, कफ और खाँसी का इलाज हो सकता है और कॉलेस्ट्रोल भी काबू में रहता है। सौंफ का अचार में, मसालो में, पान में, आम की चटनी में, शरबत में, चाय में, इत्र और विभिन्न घरेलु नुस्खों आदि में पाचक के रूप में, औषधीयों में और सुगंघ के लिए, खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए कढ़ी एवं सूप में भी प्रयोग किया जाता है। और इन सब में सौंफ को विशेष स्थान हैं।इसकी तासीर ठंडी होती है | सोंफ के रस से कई प्रकार के एन्जाईम भी बनाये जाते हैं। भोजन के बाद माउथ फ्रैशनर के तौर पर भी इसका प्रयोग किया जाता हैं। आइये जानते है इसके स्वास्थवर्धक लाभ |
सौंफ के आयुर्वेदिक गुण :-
गैस और कब्ज़ मिटाए :- सौंफ, काला नमक और काली मिर्च को 10 : 2 : 1 के अनुपात में लेकर पीस ले और सुबह-शाम खाना खाने के बाद एक चम्मच गर्म पानी के साथ लेने से कब्ज और कब्ज से उत्पन्न गैस, मरोड़ व पेट दर्द भी ठीक होता है।
दस्त में दे राहत :- सौंफ को घी में भून कर उसमे मिश्री मिलाकर चूर्ण बना लें और इसे हर रोज दिन में 3 बार ठंडे पानी से एक चम्मच लें | इसके साथ सेवन से आंव दस्त में आराम मिलता है। सौंफ का तेल, मिश्री में मिलाकर हर रोज तीन चार बार सेवन करने से दस्त में आंव आना बंद हो जाते हैं।
पेशाब का पीलापन और जलन मिटाए :- पेशाब में होने वाली जलन के साथ साथ पीले पन को दूर करने में सौंफ एक अच्छी औषधि मानी जाती है क्यूंकि इसकी तासीर ठंडी होती है | सौंफ का चूर्ण ठंडे पानी से, दिन में दो बार लेना फायदेमंद रहता है।
शरीर की कई जलन मिटाए :- हाथ परों में जलन, छाती की जलन, नेत्रों की जलन, सिरदर्द की शिकायत सौंफ से दूर हो जाती है। चक्कर आना, अफरा, एसिडिटी व कमज़ोरी भी इसके सेवन से दूर होती है नींद नियमित रूप से आती है, नेत्र की ज्योति व याददस्त भी बढ़ती है | इसके लिए धनिया, सौंफ और मिश्री समान मात्रा में मिलाकर पीस लें इस चूर्ण का खाना खाने के बाद एक चम्मच हर रोज लगभग दो माह तक सेवन करने से हाजमा भी दुरूस्त रहता है।
आँखों की रोशनी बढाए :- आँखों की रोशनी बढाने के लिए सौंफ , बादाम और मिश्री बराबर मात्रा में लेकर पीस लें। सुबह-शाम इस चूर्ण का एक चम्मच पानी के साथ दो महीने तक लगातार सेवन करने से आंखों की कमजोरी दूर हो जाती है।
खांसी कफ दूर करे :- उबली हुई एक चम्मच सौंफ को दिन में तीन बार लेने से अपच, अस्थमा, कफ और खांसी के इलाज के लिए काफी फायदेमंद है।
मुँह की दुर्गन्ध दूर करे :- सौंफ एक अच्छा माउथ फ्रेशनर भी है। सौंफ खाने से मुंह की दुर्गंध दूर होती है। सांसो को तरोताजा रखने के लिए भोजन के बाद सौंफ चबाने से पाचन क्रिया भी दुरुस्त रहती है |
मासिक धर्म की परेशानी सुलझाए :- सौंफ प्रिमच्योर मासिक धर्म से गुज़र रही महिलाओं को दर्द चक्कर और झुंझलाहट से राहत दिलाती है | इससे अपच, पेट दर्द, छाती दर्द में भी राहत मिलती है |
सौंफ के तेल के उपाय:- सौंफ तेल सांस की बीमारियों (खांसी, काली खांसी, ब्रोंकाइटिस, ऊपरी श्वास नलिका, आदि के इलाज के लिए प्रयोग किया जाता है | ये तेल बालों का झड़ना कम करने के साथ-साथ डिप्रेशन, जोड़ो का दर्द, बदहजमी जैसे तरह-तरह की समस्याओं पर जादुगर की तरह काम करता है।