
आप को मधुमेह रोग होने का मतलब है कि आप दिन भर में जितनी भी मीठी चीजें खाता हैं, जैसे मिठाई, चीनी, गुड़, शक्कर आदि वह ठीक तरह से नहीं पचती। अर्थात आपका अग्नाशय उचित मात्रा में उन चीजों से इन्सुलिन नहीं बना पाता।
इसलिए यह चीनी तत्व मूत्र के साथ सीधा निकलता है। इसे पेशाब में शुगर का आना भी कहा जाता है। जिन लोगों को अधिक मोह, चिंता, तनाव, लालच रहते हैं वह लोग मधुमेह के रोग से अधिक ग्रस्त होते हैं।
मधुमेह की बीमारी में शुरुआत में तो आपको भूख अधिक लगती है, परन्तु धीरे-धीरे आपकी भूख कम होने लगती है। आपका शरीर सुखने लगता है, कब्ज़ की परेशानी रहने लगती है। साथ ही अधिक पेशाब आना तथा मूत्र में चीनी का आना शुरू जाता है व रेागी का वज़न भी कम होता जाता है। मधुमेह के रोगी के शरीर में कहीं भी जख्म अथवा घाव होने पर वह जल्दी नहीं ठीक होते। इसलिए आज हम आपको एक ऐसे घरेलु उपाय के बारे में बताने जा रहे हैं,जिसको करके आप घर पर ही मधुमेह के उपचार के लिए बहुत ही सरल तथा असरकारक आयुर्वेदिक औषधि बना सकेंगे।
चलिए जानते हैं इस आयुर्वेदिक औषधि के बारे में
आवश्यक सामग्री:-
- जामुन की बीज – 150 ग्राम
- तेज़ पत्ता – 100 ग्राम
- बेल के पत्ते – 250 ग्राम
- मेथी का दाना – 100 ग्राम
बनाने की विधि:-
- ऊपर बताई गई सारी सामग्री को धुप मे सूखा लें।
- अब इस सामग्री को पत्थर(सिलबट्टा) में पिस कर पाउडर बना लें
- तथा अंत में इन सभी को आपस मे मिला दें। आपकी औषधि तैयार है।
औषधि लेने की पद्धति:-
- सुबह और शाम को खाना खाने से 1 घंटे पूर्व गर्म पानी के साथ 1 चम्मच इस औषधि को लें।
- 45-60 दिनों तक यदि आप यह दावा लेते हैं, तो आपकी मधुमेह(डाईबेटिस) बिलकुल ठीक हो जाएगी ।