
आज हम आपको एक ऐसे उपाय के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसको करने से आप मस्सों की परेशानी से कूटकर पा सकते हैं। फिर चाहे यह मस्से बवासीर या शरीर के किसी भी अन्य भाग पर ही क्यों ना हो। इस विधि में हम सूत बाँध कर मस्से काटने की प्राचीन तरिके का उपयगो करेंगे। बाज़ार में दवा की दुकान पर ऐसे कई सूत भी आते हैं, जिनको बाँध कर मस्से काटे जाते हैं। इस विधि से आप मस्से बहुत आसानी से हटा सकते हैं। प्रतनु इस में पूरी सावधानी रखनी होती है। इस सूत का प्रयोग आप त्वचा के मस्से, बवासीर या भगंदर के मस्सों को बड़ी आसानी से काट सकते हैं।
चलिए जानते हैं इस उपाय के बारे में !!
मस्से काटने का सूत बनाने का प्रथम तरीका
- हल्दी के चूर्ण में थूहर के दूध की भावना देकर।
- उसमे सूत को डुबो लो और उसी सूत से मस्से को कस कर बाँध दो।
- इस तरह करने से मस्से और भगंदर नष्ट हो जाते हैं।
मस्से काटने का सूत बनाने का दूसरा तरीका
- दो तोले हल्दी को खूब महीन पीस छान कर थूहर के दूध में भिगो दो।
- बाद में सूत का बटा हुआ मज़बूत धागा उसी में दाल दो।
- तीन दिन भीगने के बाद चौथे दिन उसे छाया में सुखा लो।
- फिर उसी डोरे में बवासीर के मस्से कस कर बाँध दो।
- इश्वर कृपा से मस्से क्त कर गिर पड़ेंगे।
- भगंदर की गाँठ भी इसके बाँधने से नष्ट हो जाती है।
नोट:- अगर रोगी को कष्ट हो तो गर्म घी चुपड दो, अथवा सौ बार का धोया घी घावों पर लगा दो, फ़ौरन पीड़ा शांत हो जाएगी।
मस्से काटने का सूत बनाने का तीसरा तरीका
- थूहर का दूध, भिलावे, मालकांगनी, त्रिफला, दंती, तुरई, चीता और सेंधा नमक इन सबको एकत्र पीस कर और घी में मिलाकर सूत पर लपेटो।
- बाद में उस सूत को खींच कर मस्से पर बाँध दो।
- इस तरह करने से मस्से गल कर गिर जाते हैं।