
हम अगर अपने नियमित भोजन में कुछ ऐसे भोजन शामिल करे तो हम पित्त की पत्थरी की शिकायत होने की सम्भावना से बच सकते हैं। इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसी वस्तुओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनको अपने रोज़ाना के भोजन में शामिल करने से इस समस्या से छुटकारा पा सकेंगे।
चलिए जानते हैं कौन सी हैं यह वस्तुएँ!!
हल्दी:-
- पथरी के लिए यह एक उत्तम घरेलू उपचार है। यह एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेट्री होती है।
- हल्दी पित्त, पित्त यौगिकों और पथरी को आसानी से विघटित कर देती है।
- ऐसा माना जाता है कि एक चम्मच हल्दी लेने से लगभग 80 प्रतिशत पथरी खत्म हो जाती हैं।
गाजर और ककड़ी का जूस:-
- अगर आपको पित्ती की पथरी की समस्या है तो गाजर और ककड़ी का रस प्रत्येक 100 मिलिलिटर की मात्रा में मिलाकर दिन में दो बार पीयें।
- इस समस्या में ये अत्यन्त लाभदायक घरेलू नुस्खा माना जाता है।
पुदीना जूस:-
- पुदीना यह पित्त तथा अन्य पाचक रसों के प्रवाह को उत्तेजित करता है।
- इसमें टेरपिन नामक यौगिक पाया जाता है जो प्रभावी रूप से पथरी को विघटित करता है।
- आप पुदीना पीस कर उसका जूस बनाकर पी सकते हैं या फिर पुदीने की पत्तियों को उबालकर पिपरमेंट टी भी बना सकते हैं।
- पथरी एक लिए यह एक प्रभावी घरेलू उपचार है।
विटामिन सी जूस:-
- विटामिन सी शरीर के कोलेस्ट्राल को पित्त अम्ल में परिवर्तित करती है जो पथरी को विघटित करता है।
- आप विटामिन सी संपूरक ले सकते हैं या ऐसे फलों का जूस पी सकते हैं जिनमें विटामिन सी प्रचुर मात्रा में हो जैसे संतरा, टमाटर आदि।
- पथरी के दर्द के लिए यह एक उत्तम घरेलू उपचार है।
नीबू का रस:-
- नीबू का रस या खट्टे फलों का रस पित्ताशय में कोलेस्ट्राल को जमा होने से रोकता है तथा इस प्रकार पथरी बनने से बचाव करता है।
- दिन में तीन बार नीबू का रस लें।
ऐप्पल सीडर विनेगर:-
- ऐप्पल सीडर विनेगर की अम्लीय प्रकृति लीवर को कोलेस्ट्राल बनाने से रोकती है जो अधिकाँश पथरियों का कारण होता है।
- यह पथरी को विघटित करने तथा दर्द को समाप्त करने में सहायक होता है।
चुकंदर, नाशपाती और सेब का जूस:-
- इन रसों के द्वारा पथरी का प्राकृतिक तरीके से प्रभावी उपचार किया जा सकता है।
- विभिन्न रस जैसे चुकंदर का रस, नाशपाती का रस और सेब का रस लीवर को स्वच्छ करते हैं।
- पथरी बनने से रोकने के लिए इन तीनों रसों के मिश्रण का सेवन करें।