
रक्त शकर्रा(मधुमेह) को काबू में करना आजकल सर्वाधिक बड़ी चुनौती बन गई है। परन्तु आयुर्वेद इतना शक्तिशाली है, कि इस पर विश्वास तथा उपयोग से आप मधुमेह जैसे भयानक रोग पर निरंतर कर सकते हैं। चाहे यह रोग कितना ही अधिक प्रबल क्यों ना हो। बहुत से लोगों ने आयुर्वेद को अपना कर अपनी मधुमेह को नियंत्रित किया है। इसलिए आज हम आपको एक ऐसे आयुर्वेदिक घरेलू उपचार के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसको करने से आप कितने भी प्रबल मधुमेह को घर पर ही ठीक कर सेंगे। यह उपाय मधुमेह का घरेलू उपचार तथा रामबाण है।
मधुमेह का घरेलू उपचार
चलिए जानते हैं इस उपाय के बार में !
सबसे पहले तो मधुमेह रोगियों को अपनी दिनचर्या में दो काम ज़रूर शामिल करने हैं एक है योग और दूसरा है सैर। इसके पश्चात यह प्रयोग करने वाला कितना भी पुराना मधुमेह का रोगी हो, उसको सफलता मिलेगी।
आवश्यक सामग्री:-
- मैथीदाना
- कलौंजी
बनाने की विधि:-
- बराबर मात्रा में मैथीदाना तथा कलौंजी को थोडा दरदरा(दलिए के समान) पीस लें।
- अब दोनों को एक साथ मिश्रित कर के चूर्ण समान बना लें।
- इस मिश्रण को किसी काँच के बर्तन या बरनी में संभाल कर रख लें।
सेवन की विधि:-
- रात के समय इस मिश्रण(चूरन) का 1 चम्मच एक गिलास पानी में डाल दें।
- प्रांत: उठकर होने इस चूर्ण को पानी से अलग कर लें और चबा-चबा कर खा लें।
- साथ ही यही पानी घूँट-घूँट कर पी लें।
- यह प्रयोग किसी भी स्तर के मधुमेह पर बहुत असरदार है।
- इसके उपयोग से मात्र 2-3 महीने में ही मधुमेह को नियंत्रित कर सकते हैं।
सावधानी:-
- इसके बाद आप जो भी अपनी नियमित क्रिया करते हैं वो करें।
- जो दवा आपकी चलती हो उसे जारी रखे।
- इसके साथ ही सुबह उठ कर पार्क इत्यदि में सैर करने अवश्य जाएं।
- हर रोज़ 15 मिनट कम से कम योग ज़रूर करे।
- इस उपाय से आप पक्के तौर पर मधुमेह का घरेलू उपचार कर पाएंगे।