
दस्त को अतिसार के नाम से भी जाना जाता है। इस समस्या में बार-बार मल त्याग करना पड़ता है। इस दौरान मल बहुत पतला आता है। पतले दस्तों में जल का भाग अधिक होता है जो थोड़े-थोड़े अंतराल के बाद आते है। दस्त एक प्रकार का बैक्टीरियल संक्रमण बीमारी होती है जिसका कारण बाहर का खराब खाना होता है। आमतौर पर बच्चो में होने वाली बीमारी है दस्त ! जिसमे पेट में दर्द होता है और साथ-साथ रोगी को कमज़ोरी भी महसूस होती है।
इसके कारण व्यक्ति की शल्य क्रिया भी प्रभावित होती है। दस्त के कारण रोगी के शरीर में पानी की कमी हो जाती है क्योकि इस दौरान शरीर का अधिकतर पानी मल द्वारा बाहर निकल जाता है। वैसे तो ये बीमारी सामान्य दवाओं द्वारा ठीक हो जाती है। परन्तु कई बार समय पर ध्यान ना देने के कारण यह डायरिया का रूप ले लेती है। इसलिए आज हम आपको एक ऐसे घरेलू उपाय बताने जा रहे हैं, जिनको करने से आप तेज़ से तेज़ दस्त से भी बिना कोई दवा खाए ही आसानी से छुटकारा पा सकेंगे। प्रबल पानी की भाँती नदी के समान भी अगर दस्त हों, तो भी यह रामबाण नुस्खा इतना कारगार है। चुटकी बजाते बिना दवा खाए भी सब सही कर देगा।
चलिए जानते हैं इस उपाय के बारे में!!
आवश्यक सामग्री:-
- आंवला – 30 ग्राम या आवश्यकता अनुसार
- अदरक का रस
बनाने की विधि:-
- 30 ग्राम अथवा आवश्यकता के अनुसार सूखे आंवले को पानी में खूब बारीक पीस लें।
- अब इसकी लुगदी(चटनी) बना लें।
प्रयोग करने की विधि:-
- रोगी को सीधा लेटा दें।
- अब रोगी की नाभि के चारों तरफ इस चटनी से का कुऍं जैसा गोलाकार घेरा बना दें।
- ध्यान रहे बीच में से नाभि को खाली रहने दें।
- इस घेरे में तुरन्त अदरक का रस भर दें तथा रोगी को 15-20 मिनट सीधा लेटा रहने दें।
- इस प्रयोग को करने से बिना औषिधि खाए आप अत्यंत प्रबल पानी की भाँती तथा ना रुकने वाले नदी के वेग के समान दस्त को भी रुक सकते हैं।
- यदि आंवले ना हों तो आटे की चटनी बना कर उसमें अदरक का रस भरें।