
चाहे आप मधुमेह(शुगर) के जितने भी देशी-विदेशी दवाइओं से अथवा घरेलू उपचार कर लें। परन्तु इसका सही समाधान आपके शरीर के स्वयं इन्सुलिन बनाने तथा इसका उपयोग करना शुरू कर देने मात्र पर ही होगा। मधुमेह के 80 से 90 प्रतिशत मामलों में तो इन्सुलिन बनता ही नहीं तथा रोगी को इसके लिए इंजेक्शन लेने पड़ते हैं। इसलिए आज हम आपको एक ऐसे योग आसान के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसको करने से आप इस प्राणघातक रोग से बच सकेंगे। इस योगासन को करने से आपका शरीर इस काबिल बना जाएगा, कि यह इन्सुलिन खुद ही तैयार करना शुरू कर दे।
चलिए जानते हैं इस योगासन के बारे में!!
मंडूकासन:-
मंडूक का अर्थ है मेंढक अर्थात इस आसन को करते वक्त मेंढक के आकार जैसी स्थिति प्रतीत होती इसीलिए इसे मंडूकासन कहते हैं। मधुमेह के रोग पर निरंतर रूप से मंडूकासन करने से काबू किया जा सकता है। मधुमेह के कारण आंखों की रोशनी, किडनी तथा हृदय पर सबसे ज्यादा बुरा प्रभाव पड़ता है। इस के कारण मूत्र रोग तथा यौन शक्ति भी प्रभावित होती है।
मंडूकासन की विधि:-
- सर्वप्रथम दंडासन में बैठते हुए वज्रासन में बैठ जाएं फिर दोनों हाथों की मुठ्ठी बंद कर लें।
- मुठ्ठी बंद करते समय अंगूठे को अंगुलियों से अंदर दबाइए।
- फिर दोनों मुठ्ठियों को नाभि के दोनों ओर लगाकर श्वास बाहर निकालते हुए सामने झुकते हुए ठोड़ी को भूमि पर टिका दें।
- थोड़ी देर इसी स्थिति में रहने के बाद वापस वज्रासन में आ जाए।
- मधुमेह के रोगी को इस आसान के साथ हर रोज़ सुबह सैर करना बेहद ज़रूरी हैं।
- जितना हो सके नंगे पाँव ज़मीन से तालमेल बना कर सैर की जाए तो वो बेस्ट हैं।