
आज हम आपको प्याज़ के वैज्ञानिक गुणों तथा उनके लाभों के बारे में बताएंगे। प्याज़ के रस में कुछ ऐसे रसायन पाए जाते हैं, जो आर्थराइटिस(Arthirtis), रहेमटॉइड आर्थराइटिस(hematoid Arthiritis), ऑस्टिओआर्थइरिटिस(Osteoarthiritis), मोंच(Sprain), गाउट(Gout), ऑस्टियोपोरोसिस(Osteoporosis) के दर्द तथा सुजन को शीघ्र ख़त्म करने में सक्षम होते हैं।
चलिए जानते हैं प्याज़ के इन गुणों के बारे में!!
1. प्याज़ के रस में हड्डियों को शक्ति देने के लिए एक विशेष प्रकार का रसायन पाया जता है। जिससे GPCS(Gamma-L-Glutamyl-Trans-S-1-Propenyl-L-Cysteine Sulfoxide) पाया जाता है। जो हड्डियों के टूटने तथा क्षतिग्रस्त होने के प्रक्रिया को बंद कर देता है। इस प्रकार हड्डियों को नयी जान देता है। जो की ऑस्टियोपोरोसिस(Osteoporosis) के समस्या के रोगियों के लिए किसी रामबाण से कम नहीं है। इसके साथ GPCS लम्बे समय तक स्टेरॉयड का सेवन करने से हड्डियों को होने वाले नुकसान को भी सही करता है हड्डियों को सामान्य करता है।
2. प्याज के रस में क्वेरसेटिन(Quercetin)नामक फ्लैवोनॉइड(Flavonoid) काफी अधिक मात्रा में पाया जाता है। जो दर्द तथा सुजन के लिए ज़िम्मेदार रसायन जैसे हिस्टामाइन(Histamine), प्रोस्टाग्लैंडिंस(Prostaglandins) तथा लुकोटरिएंसेस(Leukotrienes) के उत्पादन को बंद कर देता है। जिससे दर्द तथा सुजन धीरे-धीरे कम होना शुरू हो जाता है।
प्रयोग करने की विधि:-
- इसके लिए आप को प्याज को आप छिलके समेत स्टोव पर थोडा गर्म कर लें।
- फिर इसके छिलके को उतारकर इस प्याज का रस निकल लें।
- इस रस को दिन में 4 से 5 बार प्रभावित स्थान पर लगाएं।
- आप इस रस को लगाकर पट्टी भी बांध सकते हैं।
- ऐसा करने पर आपको जरूर लाभ मिलेगा।
- इसके साथ ही लम्बे समय की हड्डियों तथा जोड़ों की कोई समस्या होने पर आप प्याज का रस 30 ml सुबह शाम लें।
- और आप सलाद के रूप में भी प्याज प्रयोग कर सकते है।