
वेरीकोज़ वेन अर्थात पैरों की पिण्ड़लियों के पीछे नसो का गुच्छा बन जाना जो देखने में तो बहुत खराब लगता ही है साथ ही साथ रोगी को पैरों में खिंचाव और दर्द की भी अनूभूति देता है। जब हाथ या पैरों की नसे फूल जाती हैं, तो इनमें दर्द उत्पन्न होता है। ऐसा नसें में रुकावट पैदा होने के कारण होता है। इसको शिरो, ब्रह्म, सुषुम्ना नाड़ी, चक्रवात वाहिनी, स्नायु वात बस्ती और वात कुंडलिका आदि नामों से जाना जाता है। इसलिए आज हम आपको एक ऐसे घरेलू उपाय के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसको करने से आप समस्या से छुटकारा पा सकेंगे।
चलिए जानते हैं इस उपाय के बारे में !!
आवश्यक सामग्री:-
- सेब का सिरका – 10 ml
- कटी हुई गाजर – 1/2 कप
- एलोवेरा का गूदा – 1/2 कप
बनाने की विधि:-
- ऊपर बताई गई सारी सामग्री को एकसाथ ब्लेंडर में ड़ाल लें तथा अच्छी तरह से ब्लेंड कर लें।
- इससे एक लेप(पेस्ट) तैयार हो जाएगा। बस आपकी औषधि तैयार है।
प्रयोग करने की विधि:-
- रोगी की वेरीकोज वेन(शिरास्फिति) की समस्या वाले भाग पर इस पेस्ट को फैला कर लगा दें।
- इसके ऊपर से सूती कपड़े से बहुत ही हल्की पट्टी बाँध दें ।
- अब रोगी को एक सीधी जगह पर पीठ के बल लेता दें तथा पैरों को शरीर के तल से लगभग एक-सवा फुट ऊपर उठाकर किसी सहारे से टिका लें।
- रोगी को इस अवस्था में लगभग 30 मिनट तक लेटे रहने दें।
- इस प्रयोग को प्रतिदिन तीन बार दुहराएँ।
भोजन तथा परहेज:-
- रोगी को खाने में बेसन की रोटी तथा घी का प्रयोग करें।
- इससे रोगी के रोग ठीक करने में सहायता मिलती है।