
मनुष्य के शरीर को स्वस्थ रहने के लिए हर प्रकार के पोषक तत्वों की ज़रूरत होती है। इन्हीं पोषक तत्वों में से एक है पौटेशियम। शरीर में पोटैशियम कमी हो जाने पर कईं तरह की बीमारियाँ तथा विकार हमारे स्वास्थ को घेर लेते हैं। शाकाहारी व्यक्तिओं में इस पौषक तत्व की कमी अक्सर पाई जाती है। इस पौष्टिक तत्व की कमी के कारण कई व्यक्ति को तनाव से ग्रस्त भी हो जाता है। इसीलिए आपने देखा होगा कि तनावग्रस्त लोगों को काला नमक डालकर केला खाने की सलाह दी जाती है।
चलिए जानते हैं इन परेशानियों के बारे में !!
मतली:-
- यदि आपको बिना वजह ही मतली आती रहती है।
- तो पौटेशियम की कमी आपके शरीर में हो चुकी है।
- आपको शीघ्र ही शरीर में पौटेशियम तत्व भरपूर करने वाले खाद्य को खाने की आवश्यकता है।
हाइपरटेंशन:-
- शरीर में पौटेशियम कम होने पर रक्त वाहिकाओं में समस्या आने लगती है।
- मस्तिष्क तक रक्त का संचार अच्छे से नहीं हो पाता है।
- रोगी को समझने तथा सोचने में दिक्कत या उलझन होने लगती है।
- यह एक गंभीर स्थिति होती है।
दिल तेजी से धड़कना:-
- पौटेशियम की कमी शरीर में होने पर, ह्दय सामान्य रूप से धड़कने की जगह तीव्र गति से धड़कता है।
- क्योंकि ह्दय की मांसपेशियों में संकुचन आ जाता है ।
कब्ज:-
- पौटेशियम की कमी से रोगी को कब्ज़ की परेशानी हो सकती है।
- क्योंकि पाचन प्रक्रिया सुचारू नहीं हो पाती है।
मानसिक दबाव:-
- पौटेशियम की कमी से मानसिक दबाव होने लगता है और कई बार व्यक्ति तनाव में रहने लगता है।
- अवसाद की स्थिति में पौटेशियम की कमी ही कुछ हद तक जिम्मेदार होती है ।
झुनझुनी मचना:-
- शरीर के कुछ अंगों में हमेशा झुनझुनी मचना, पौटेशियम की कमी के कारण होता है।
- क्योंकि पौटेशियम ही आपके तंत्रिका और रक्त संचार को सुचारू रूप से होने में मदद करता है।
मांसपेशियों की कमजोरी:-
- यदि आपको आए दिन मांसपेशियों में दर्द, ऐंठन और टीस रहती है।
- तो यह भी पौटेशियम की कमी के कारण हो सकती है।