
बवासीर एक बहुत ही शर्मनाक और कष्टकारी बीमारी है। इस बीमारी में आप ना तो अपना दर्द किसी को बता पाते हैं और ना ही छुपा पाते हैं। अतिसार, संग्रहणी और बवासीर-यह तीनो एक दूसरे को पैदा करते हैं। बवासीर के रोगी को हर बार मल त्याग के समय पीड़ा होती है। यदि आप भी खूनी अथवा बादी बवासीर से परेशान हैं, तो आपके लिए यह प्रयोग रामबाण से समान है। इस उपाय को करने से आप पुरानी से पुरानी बवासीर को भी एक से तीन दिनों में ठीक कर सकते हैं। इस उपाय को करने से मात्र एक ही दिन में खून का बहना(रक्तस्राव) बंद हो जाता है। एक बार इसको ज़रूर अपनाएं।
तो चलिए जानते हैं इस उपाय के बारे में।
समाग्री:-
- नारियल की जटा
बनाने की विधि:-
- सबसे पहले आप नारियल की जटा लें।
- अब उसे जला दें। यह जलकर इसकी भस्म बन जाएगी।
- आप इस भस्म को शीशी में भर कर ऱख लें।
सेवन करने की विधि:-
- खाली पेट दिन में तीन बार डेढ़ कप छाछ अथवा अथवा दहीं के साथ 3 ग्राम नारियल की जटा से बनी भस्म का सेवन सिर्फ एक ही दिन करें। ध्यान रहें, छाछ अथवा दहीं ताज़ी होनी चाहिए, खट्टी नहीं होनी चाहिए। कितनी ही पुरानी बवासीर की बीमारी क्यों न हो, एक दिन में ही ठीक हो जाएगी है।
- यह उपाय किसी भी प्रकार के रक्तस्राव को रोकने में भी कारगर है। महिलाओं के मासिक धर्म में ज़्यादा रक्तस्राव या श्वेत प्रदर की बीमारी में भी यह बहुत ही लाभकारी है।
- हैजा, वमन या हिचकी रोग में यह भस्म एक घूँट पानी के साथ लेनी चाहिए। ऐसे कितने ही नुस्खे हिन्दुस्तान के मंदिरों और मठों में साधु संन्यासियों द्वारा आजमाए हुए हैं। इन पर शोध किया जाना चाहिए।
- दवा लेने के एक घंटा पहले और एक घंटा बाद तक कुछ न खाएं तो चलेगा। अगर रोग ज्यादा जीर्ण हो और एक दिन दवा लेने से लाभ न हो तो दो या तीन दिन लेकर देखिए।