
गुड़हल का फूल सिर्फ देखने में ही सुन्दर नहीं होता, बल्कि यह सेहत का खज़ाना लिए हुए है। इसे “हिबिसकस याजवाकुसुम”के नाम से भी जाना जाता है। इसके सभी हिस्सों का इस्तेमाल खाने-पीने अथवा दवाओं के कार्य के लिए किया जा सकता है। यह टेटरिक व ऑक्सीलिक एसिड, फास्फोरस, नाइट्रोजन, आयरन, फाइबर, वसा, कैल्शियम, विटामिन-सी, फ्लेवोनॉयड्स और फ्लेवोनॉयड ग्लाइकोसाइड्स का उत्तम स्रोत है। इससे गले के संक्रमण, गुर्दे की बीमारियों, रक्तचाप, मधुमेह और कॉलेस्ट्रॉल, जैसे रोगों का इलाज किया जाता है। आयुर्वेद में गुड़हल को कई बीमारियों में उपयोगी माना जाता है। इसलिए आज हम आपको इसके उपयोग से होने वाले लाभों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।
चलिए जानते हैं गुड़हल के लाभों के बारे में !!
1. एंटी ऐजिंग:-
- गुड़हल की पत्ती एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं।
- यह शरीर में मौजूद फ्री-रेडिकल्स को हटाता है।
- इससे उम्र बढ़ने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है।
- कई मामलों में तो जीवन में भी वृद्धि हो जाती है।
2. मासिक धर्म:-
- गुड़हल का नियमित सेवन महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन का स्तर कम करता है। .
- इससे शरीर में हार्मोन का संतुलन बना रहता है।
- यही वजह है मेंस्ट्रल साइकल में किसी तरह की दिक्कत नहीं आती है।
3. वजन कम करने तथा पाचन:-
- गुड़हल का सेवन भूख को काबू रखने में मदद करता है।
- इसका सेवन लंबे समय तक आपका पेट भरा रखता है।
- गुड़हल की पत्तियों को पानी में उबालकर पीने से भूख भी कम लगती है और पाचन क्रिया दुरुस्त रहती है।
- इससे शरीर से गैर जरूरी फैट खत्म हो जाता है।
4. घाव:-
- गुड़हल का तेल का इस्तेमाल खुले घाव को जल्दी भरने में मदद करता है।
- इसके साथ ही कैंसर से हुए घाव पर भी गुड़हल का तेल लगाने से काफी लाभ होता है।
- साथ ही यह कैंसर के प्रारंभिक चरण में अगर गुड़हल का इस्तेमाल किया जाए तो यह उसे रोकने में मदद करता है।
5. कोलेस्टेरोल:-
- बैड यानी एलडीएल कोलेस्टेरोल को कम करने में भी गुड़हल काफी मदद करता है।
- गुड़हल की पत्ती की चाय पीने से कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम किया जा सकता है।
- गुड़हल में पाए जाने वाले तत्व अर्टरी में प्लैक को जमने से रोकते हैं।
- इससे कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है।
6. रक्तचाप:-
- गुड़हल हाईबीपी को नियंत्रित करने में मदद करता है।
- गुड़हल की पत्ती से बनी चाय पीने से रक्तचाप की समस्या दूर होती है।
- जो व्यक्ति ब्लड प्रेशर कम करना चाहते हैं, उन्हें नियमित रूप से इसका सेवन करना चाहिए।
7. त्वचा की देखभाल:-
- गुड़हल का इस्तेमाल कॉस्मेटिक स्किन केयर में भी किया जाता है।
- चीन की परंपरागत दवाओं में गुड़हल की पत्ती का इस्तेमाल एंटी-सोलर एजेंट के रूप में किया जाता है।
- यह अल्ट्रावाइलेट रेडिएशन को सोखकर आपकी त्वचा को नया रंग और रूप देता है।
- इतना ही नहीं त्वचा की झुर्रियों से भी निजात दिलाने में गुड़हल का इस्तेमाल होता है।
8. बालों के लिए:-
- गुड़हल की पत्ती और इसके फूल की पंखुड़ी से लेप बना लें।
- इस लेप का प्रयोग प्राकृतिक हेयर कंडीशनर के तौर पर किया जा सकता है।
- जब इसे शैंपू के बाद लगाया जाता है, तो यह बालों के रंग को काला करता है और डैंड्रफ से भी छुटकारा दिलाता है।
9. सर्दी और खासी:-
- गुड़हल की पत्ती विटामिन सी से भरपूर होती है।
- चाय या अन्य रूपों में इसका सेवन करने से सर्दी और खांसी से राहत मिलती है।
- अगर किसी को सर्दी लगती हो, तो उसे गुड़हल की चाय का सेवन करना चाहिए।
10. किडनी:-
- गुड़हल को किडनी के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है।
- इसकी पत्ती से बनी चाय को कई देशों में दवा के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
- किडनी के रोगी इस चाय को बिना शक्कर के पीएँ।
- यह किडनी की पथरी को दूर करने में भी मदद करती है।