
बहुत से व्यक्ति मिर्गी के दौरे पड़ने की समस्या से परेशान हैं। इससे ज़िंदगी नरक के समान हो जाती है। इसलिए आज हम आपको एक ऐसे घरेलू उपाय के बारे में बताने जा रहें हैं, जिसको करने से आप घर पर ही एक ऐसी चमत्कारी औषधि तैयार कर पाएंगे जोकि मिर्गी के रोगियों के लिए रामबाण के समान है। यह औषधि बहुत ही असरकारक तथा सटीक है। यह एक पारखी हुई दवा है।
चलिए जानते हैं इस उपाय के बारे में !!
आवश्यक सामग्री:-
- सौंफ मीठी – 100 ग्राम
- भूरी मिर्च – 50 ग्राम
- पुठ कंडा का पौधा (इसे चिरचिटा या अपामार्ग भी कहते हैं)
बनाने की विधि:-
- सर्व प्रथम सौंफ को अच्छे से बारीक़ पीस कर कपडे से छानकर रख लें।
- अब भूरी मिर्च को अलग से बारीक़ पीस लें।
- फिर पुठ कंडा का हरा पौधा लें।
- इसे कूट कर किसी कपड़े की मदद से उसका रस निकाल लें।
- यह रस पीसी हुई भूरी मिर्च तथा सौंफ में अच्छे से मिश्रित कर दें।
- आप इसे किसी खरल में डालकर अच्छी तरह खरल भी कर सकते हैं।
- जब यह खुश्क सी हो जाए, तो इसकी जंगली बेर के समान(छोटे लाल बेर) गोलियाँ बना लें।
सेवन की विधि:-
- दिन में दो बार पानी के साथ इन गोलियों का सेवन करें।
- ध्यान रहे, एक बार 2 गोली से अधिक नहीं देनी।
- शुरुआत 1 गोली से करें।
रोगी को अग्नि से, पानी से, शीशे से और अधिक शोर शराबे से दूर रखने का प्रयत्न करें। कुछ ही दिन में मिर्गी के दौरे ठीक होने लगते हैं।
विशेष:-
- भूरी मिर्च काली मिर्च की तरह होती है बस इसका रंग भूरा होता है।
- जंगली बेर छोटे-छोटे लाल बेर होते हैं।
- इस बनी हुई दवा की गोलियां जंगली बेर के आकर के समान बनानी है। जंगली बेर मोटा वाला बेर होता है।