
क्या है पथरी की पहचान
क्या हैं पथरी के लक्षण ?
यूरिन में दिक्कत, भूख कम लगना, हल्का बुखार व कमजोरी जैसे लक्षण पथरी के संकेत हैं। वैसे पथरी छोटी हो तो उसका कोई लक्षण या दर्द नहीं होता। कई बार यूरिन के साथ ब्लड आने लगता है। जब पथरी किसी वजह से हिलती है तो काफी दर्द व उल्टी भी आ सकती है। पथरी जिस स्थान पर होती है उसी जगह पर दर्द होता है।
क्यू होती है पथरी ?
शरीर में दोषों का बढऩा, दिन में सोना, जंकफूड व अधिक भोजन करना, ज्यादा ठंडा या मीठा खाने से पथरी हो सकती है। खून की कमी, कमजोरी, वजन घटना, थकावट,भूख न लगना, प्यास अधिक लगना, दिल में दर्द होना और उल्टी आना ये लक्षण लंबे समय तक बने रहें तो पथरी हो सकती हैं।
करिए घरेलू उपाय –
कुलथी की दाल में पथरी को तोडऩे का गुण पाया जाता है जिससे पथरी टूटकर बाहर निकल जाती है।
सुश्रुत संहिता में पथरी होने पर देसी घी से उपचार बताया जाता है इससे पथरी आसानी से बाहर निकल जाती है।
पथरी का दर्द होने पर प्रभावित स्थान पर सेक करने से लाभ होता है। वैसे पथरी को शुरुआती अवस्था में ही बढऩे से रोकना चाहिए।
गोखरू के बीज का चूर्ण शहद व बकरी के दूध के साथ एक सप्ताह सेवन करने से पथरी के दर्द में आराम मिलता है।
पथरी के रोगी टमाटर, चावल व पालक बिलकुल न खाएं।