
नीम और पीपल कैसे मिलकर करते हैं किडनी में क्रिएटनीन का स्तर समान्य ?
हमारे शरीर में दोनों गुर्दे खून साफ़ करते हैं और शरीर को डेटोक्सीफी करते हैं, जिससे शरीर के सभी अंग सही तरीके से काम करते रहे। यदि किडनी को कोई इन्फेक्शन या कोई अन्य बीमारी होती है तो यह अच्छे से काम नहीं कर पाती, जिस वजह से शरीर को और भी कई बीमारिया होने की सम्भावना बढ़ जाती है। किडनी का रोग एक काफी दर्दनाक तथा कष्टदायक बीमारी है। खाने की गलत आदते, व्यस्त जीवनशैली, संक्रमित पानी और वायु प्रदुषण के कारण आजकल गुर्दे (किडनी) के रोग बढ़ने लगे हैं, जिसके इलाज के लिए डॉक्टर कई बार डायलिसिस की सलाह देते हैं और समस्या गंभीर होने पर किडनी ट्रांसप्लांट अर्थात गुर्दे बदलवाने तक की नौबत आ जाती है। इसलिए आज हम आपको किडनी इन्फेक्शन, फेलियर और डैमेज होने के कारण, लक्षण और उपचार के घरेलु और आयुर्वेदिक उपाय बताने जा रहे हैं। इस विशेष रामबाण उपाय कों करके इस जानलेवा बीमारी से छुटकारा पा सकते सकते हैं।
किडनी की बीमारिया होने के कारण:-
कम पानी पीना, कोल्ड ड्रिंक्स का सेवन करना, पेशाब रोकना, पूरी नींद ना लेना, ज्यादा नमक खाना, धूम्रपान करना और शराब पीना, खाने में विटामिन और मिनरल्स की कमी होना आदि किडनी के रोग होने के मुख्य कारण होते हैं। जिन लोगो को शुगर, हाई ब्लड प्रेशर होता है और जिनके परविअर में कभी किसी का किडनी फेलियर या किडनी से जुडी कोई बीमारी हुई हो उनमे किडनी ख़राब होने की सम्भावना दुसरो से अधिक होती है।
किडनी ख़राब होने के लक्षण:-
किडनी के रोग को पहचानने का सबसे बड़ा लक्षण है पेशाब (urine) करते समय दर्द होना या पेशाब में ब्लड आना। इसके इलावा ठण्ड लगना, भूख कम लगना, शरीर में सूजन आना, शरीर में थकन और कमजोरी आना, पेशाब में प्रोटीन कि मात्रा अधिक होना, पेशाब में जलन होome remedies for kidney /ना और बार-बार पेशाब आना, ब्लड प्रेशर का बढ़ा रहना, स्किन पर रशेस निकलना और खुजली होना, मुंह का सवाद ख़राब होना और मुँह से बदबू आना आदि भी किडनी के रोग के लक्षण हैं।
किडनी का आयुर्वेदिक और घरेलु उपाय:-
नीम और पीपल की छाल का काढ़ा: 3 गिलास पानी में 10 ग्राम नीम की छाल और 10 ग्राम पीपल की छाल लेकर आधा रहने तक उबाल कर काढ़ा बना लें। इस काढ़े का सेवन दिन में 3 से 4 बार रोज़ाना करें करते रहें। इस प्रयोग को करने से सिर्फ सात दिन में आपके शरीर में क्रिएटिनिन का स्तर व्यवस्थित हो सकता है या प्रयाप्त लेवल तक आ सकता है।