
कैसे करता है हरा धनिया हमारे शरीर में थाइरोइड को नियंत्रित ?
थाइरोइड एक ग्रंथि है जो गले में होती है, जिससे थय्रोक्सिन हार्मोन निकलता है। जब इस हार्मोन का बैलेंस बिगड़ता है, तब यह बीमारी का रूप ले लेता है। जब हार्मोन्स कम होने लगते है तो शरीर का मेटाबोलिज्म बहुत तेज़ हो जाता है तथा एनर्जी भी जल्दी ख़त्म होने लगती है। और जब हार्मोन्स बढ़ जाते हैं तो मेटाबोलिज्म धीमा हो जाता है, जिससे शरीर में एनर्जी बननी कम हो जाती है। इसके कारण थकान और सुस्ती बढ़ जाती है। थाइरोइड ग्रंथि के बढ़ जाने से अन्य कई समस्याएँ पैदा हो सकती है। थाइरोइड मांसपेशियों, हड्डियों, कोलेस्ट्रॉल और दिल को भी प्रभावित करती है। बच्चों में यह बीमारी होने से कई बार शरीर फैलना शुरू हो जाता है और उनकी लम्बाई(कद) बढ़नी रुक जाती है। मुख्य रूप से थाइरोइड दो प्रकार का होता है। एक ह्य्पोथयरॉइड, जिसमें व्यक्ति के अंदर थाइरोइड हार्मोन्स की कमी होने लगती है। और दूसरा ह्यपरथीरोइड, जिसमें थाइरोइड हार्मोन्स ज़्यादा होने लगते है।
थाइरोइड की समस्या होने पर व्यक्ति डिप्रेशन में रहने लगता है और उसका किसी कम में मन भी नहीं लगता। दिमाग की सोचने समझने की शक्ति कमजोर होने लगती है और याददाश्त भी कमजोर हो जाती है। अगर सही समय पर इस बीमारी को पहचान लिया जाए तो इससे बढ़ने से रोका जा सकता है। इसलिए आज हम आपको एक ऐसे घरेलु उपाय के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसको करने से आप अपने शरीर में थाइरोइड को सामान्य कर सकेंगे। इस उपाय को करने के लिए आपको हरे धनिया की आवश्यकता पड़ेगी। आपको करना बस इतना है कि हरी धनिया को पीस कर चटनी बना ले और 1 चम्मच चटनी को 1 गिलास पानी में घोल कर पी लें। परन्तु ध्यान रहे हर बार इस उपाय को करने के लिए ताज़ी चटनी ही प्रयोग में लें। धनिया ऐसा होना चाहिए जिसकी सुगंध अच्छी हो। इस घरेलु उपाय को नियमित रूप से करने पर थाइरोइड नियंत्रित हो जाएगा।