सुबह सवेरे अच्छे से पेट साफ होना, हेल्थी होने की सबसे बड़ी निशानी है, लेकिन समय के साथ इंसान की हर बात बदल बदलती जा रही है, फिर चाहे सोना, उठना-बैठना बात यहां तक कि खान-पान भी काफी बदल सा गया है। आज के इस व्यस्त दौर में जीवनशैली तथा खानपान की बुरी आदतों के कारण बहुत से लोग पेट की किसी ना किसी बीमारी जैसे पेट में गैस बनना, एसिडिटी, पेट में दर्द और जलन होना ईत्यादि से पीड़ित हैं। इन सब के इलावा एक अन्य परेशानी है जिससे कई लोग परेशान रहते है, वह है पेट का ठीक से साफ़ ना होना जिसे कब्ज़ भी कहा जाता है। पेट सही तरह से साफ नहीं हो पाना हमारे शरीर के लिए हानिकारक होता है। इसलिए आज हम आपको एक ऐसे घरेलू उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसको करने से आप पेट साफ़ करने के साथ-साथ अपच जैसी परेशानिओं से निजात पा सकते हैं।
चलिए जानते हैं इन उपायों के बारे में!!
1. नींबू का रस:-
- नींबू में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं और इसमें मौजूद उच्च विटामिन सी सामग्री आपके पाचन तंत्र के लिए बहुत अच्छा होता है।
- इसलिए, पेट की सफाई के लिए नींबू का रस प्रयोग किया जा सकता है।
- एक गिलास पानी में शहद, नींबू का रस और समुद्री नमक को अच्छी तरह से मिलाएं।
2. पानी:-
- बृहदान्त्र की सफाई के लिए एक दिन में कम से कम 10 से 12 गिलास पानी पीना जरूरी है।
- पानी की नियमित खपत आपके शरीर को तरल प्रदान करेगी, जिससे प्राकृतिक रूप से हानिकारक विषाक्त पदार्थ आपके शरीर से बाहर निकल जाएंगे।
- पानी पीने से प्राकृतिक इमलीस्टिक क्रियाओं को प्रोत्साहित किया जा सकता है।
- शरीर को अच्छी तरह से हाइड्रेटेड रखने के लिए पानी आवश्यक है।
- पानी के साथ, आप ताजे फल और सब्जी के रस भी पी सकते हैं।
3. त्रिफला:-
- त्रिफला (हरड़, बहेड़ा तथा आंवला) का दो चम्मच चूर्ण प्रतिदिन रात में सोते समय गर्म दूध या गर्म पानी के साथ लेने से कब्ज दूर हो जाती है।
4. ईसबगोल:-
- ईसबगोल की मात्रा 6 ग्राम, को 250 मिलीलीटर गुनगुने दूध के साथ सोने से पहले पी लें।
- कभी-कभी ईसबगोल की भूसी लेने से पेट फूल जाता है।
- ऐसा बड़ी आंतों में ईसबगोल पर बैक्टीरिया के प्रभाव से पैदा होने वाली गैस से होता है।
- इसलिए ध्यान रखें कि ईसबगोल की मात्रा कम से कम ही लें।
- ईसबगोल के प्रयोग से आंतों की कार्यशीलता बढ़ जाती है, जिससे मल ठीक से बाहर निकल आता है और कब्ज दूर हो जाती है।
- ईसबगोल लेने के बाद दो-तीन बार पानी पीना चाहिए।
- इससे ईसबगोल अच्छी तरह फूल जाता है।