मांसपेशियों की ऐंठन को दूर करें बेजोड़ तरीके से
मांसपेशियों की ऐंठन से पीड़ित रोगी की मांसपेशियों में जकड़न और दर्द होने लगता है । यह रोग शरीर के किसी भी भाग में हो सकता है लेकिन अक्सर इसे पैरों में होता देखा गया है । बहुत ज्यादा थकान होने के कारण या रात को ठंडी हवा में सोने के कारण पैरों की नसें अकड़ जाती है जिसे हम Muscle Cramps या एंठन भी कह सकते हैं।
मांसपेशियों में अकडाव या ऐंठन आने के कुछ कारण-
मांसपेशियों में ऐंठन शरीर में विटामिन`बी, डी` कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम तथा प्राकृतिक लवणों की कमी के कारण होती है ।
मांसपेशियों में ऐंठन का एक कारण शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी का होना भी हो सकता है।
चिड़चिड़ापन, मानसिक तनाव तथा अन्य मनोंवैज्ञानिक कारण भी इस रोग को बढ़ावा देते हैं ।
मांसपेशियों में ऐंठन का अन्य कारण शरीर में सही तरीके से हारमोन्स का स्राव न होना भी हो सकता है ।
शरीर में थकान या कमजोरी के ज्यादा बढ़ने पर भी मांसपेशियों में ऐंठन हो सकती है।
मांसपेशियों में ऐंठन या जकड़न के प्राकृतिक उपाय –
खूब पानी पिएं :-
शरीर में पानी की कमी के कारण भी पैर की उंगलियों के साथ साथ अन्य कई अंगों की मांसपेशियों में अकडाव हो सकता है इसलिए शरीर में पानी की कमी ना होने दें। जब शरीर में पानी की कमी होती है तो अत्यधिक इलेक्ट्रोलाइट्स के कारण मांसपेशियों में ऐंठन , दर्द , जकड़न होती है इसलिए हाइड्रेशन को संतुलित रखें। ख़ास व्यायाम के समय जब पसीना बहुत ज्यादा आता है इसलिए खूब पानी पिएं और अपने शरीर को हाइड्रेट रखें।इसके लिए छोटे व्यायाम सत्र में थोड़ा-थोड़ा कर पानी पिएं ।
शरीर में मिनरल्स की कमी ना होने दें
मांसपेशियों में ऐंठन या अचानक दर्द मिनरल्स जैसे कि कैल्शियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम की वजह से होता है। इसलिए हमें प्रतिदिन आवश्यकता अनुसार कैल्शियम के 1000 मिलीग्राम और पोटेशियम की 4.7 ग्राम मात्रा लेनी चाहिए। विशेषकर मैग्नीशियम 400-420 मिलीग्राम पुरुषों के लिए और 310-320 मिलीग्राम महिलाओं के लिए आवश्यक होता है।
केले में अधिक मात्रा में पोटेशियम पाया जाता है साथ ही भुने आलू, कच्चे एवकाडो, पालक और वसा मुक्त या स्किम्ड दूध भी इसके भरपूर स्त्रोत होते हैं। आप इन्हें भी अपने भोजन में शामिल कर सकतें हैं। साथ ही पोटेशियम और कैल्शियम का भी सेवन करते रहे। दोनों मिनरल्स शरीर में तरल पदार्थ बनाए रखने में महत्वपूर्णभूमिका निभाते हैं। पोटेशियम पाने के लिए पोटेशियम से भरपूर भोजन, जैसे केला, अंडा, और मछली और कैल्शियम के लिए फैट फ्री दूध या दही का सेवन भी करें।
शरीर की मालिश भी है फायदेमंद
शरीर खासतौर पर पैरों की मालिश अवश्य करें । पैरों की मांसपेशियों में ऐंठन होने पर उन्हें गर्म पानी का सेक दें। मालिश करने से शरीर में खून का संचार अच्छा हो जाता है। ये मांसपेशियों में ऐंठन से बचने के एक कारगर और आसान उपाय है। इससे शरीर की मांसपेशियों को आराम भी मिलता है और साथ में ऐंठन की समस्या भी कम हो जाती है। मालिश के लिए आप कोई भी सामान्य तेल प्रयोग कर सकते हैं।
रोज़ व्यायाम में स्ट्रेचिंग अवश्य करें
रोज़ व्यायाम करते समय पैरों और शरीर को स्ट्रेच अवश्य करें | इससे मांसपेशियों को आराम मिलता है और ऐंठन की समस्या भी दूर हो जाती है। अगर पैर में ऐंठन रात के समय हो तो पैरों को धीरे से स्ट्रेच करें और पैरों पर कोई करम कपडा डाल लें इससे पैरों को गर्माहट मिलेगी और खून का संचार बढ़ जायेगा और एंठन ख़तम हो जाएगी |
अन्य उपाय
- हरी पत्तेदार सब्जियां, मट्ठा, दूध, खरमानी तथा तिल सेवन भोजन में अवश्य करें। इसके फलस्वरूप रोगी की मांसपेशियों में ऐंठन कुछ ही दिनों में बिलकुल ठीक हो जाती है।
- जिसमें फल, सलाद तथा अंकुरित अन्न की भरपूर मात्रा हो उसका सेवन करना चाहिए।मांसपेशियों में ऐंठन से पीड़ित रोगी को अपना उपचार करने के लिए संतुलित भोजन करना चाहिए।
- दूध में तिल को मिलाकर सेवन करने से मांसपेशियों में ऐंठन का रोग कुछ ही दिनों में ही बिलकुल ठीक हो जाता है।
- मांसपेशियों में ऐंठन के कारण पीड़ित रोगी को उस भोजन का अधिक सेवन करना चाहिए जिसमें मैगनीशियम तथा कैल्शियम की मात्रा प्रचुर मात्रा में होती है।
- मांसपेशियों में जकदन के कारण पीड़ित रोगी को खट्टे फलों का सेवन बिलकुल नहीं करना चाहिए
- प्रतिदिन आंवले का रस पीन रोगी के लिए फायदेमंद है।