
केल्शियम, विटामिन डी-3 तथा विटामिन बी-12 की कमी के कारण मनुष्य को बहुत सी शारीरिकबिमारियों का सामना करना पड़ता है। जैस कि शुक्रधातु की कमी, लुब्रिकेट्स(शरिर के जोड़ों के अन्दर का चिकना पदार्थ) कम होने के कारण होने वाले दर्द, आेस्ट्रियो आथँराईटिस, आेस्ट्रियो पोरोसिस, घुटनों का घिस जाना, घुटनों मे खाली जगह हो जाना तथा आेपरेशन के बाद घुटनों मे दर्द इत्यादि। यह सभी रोग बहुत ही दर्दनाक तथा कष्टकारी हैं। इसलिए आज हम आपको एक ऐसे घरेलू उपाय के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसको करने से आप इन सभी परेशनियों से हमेशा के लिए छुटकारा पा सकेंगे।
चलिए जानते हैं इस उपाय के बारे में !!
आवश्यक सामग्री:-
- सफेद मूसली – 50 ग्राम
- अश्वगंधा – 30 ग्राम
- शतावर जड – 20 ग्राम
- ईलायची – 10 ग्राम
- गोखरु – 30 ग्राम
- प्रवाल पिष्टि – 10 ग्राम
- कुकुडन्तांक भस्म – 05 ग्राम
- शंख भस्म – 10 ग्राम
- मुक्ता शुकित भस्म – 05 ग्राम
- कपदिँका भस्म – 10 ग्राम
- सुवणँ माक्षिक भस्म – 5 ग्राम
- हाडँजोड – 10 ग्राम
बनाने की विधि:-
- उपर बताई गई सारी सामग्री को एक साथ मिश्रित कर लें।
- इसका चूर्ण बना कर रख लें।
सेवन की विधि:-
- इस चूर्ण को सुबह तथा शाम 1/2 चम्मच 150 ml दूध में मिला कर पीएं।
- आपको 10 दिनो के भीतर ही, अापके धुंटनो मे बिलकुल आराम दिखने लगेगा।
- परन्तु आपको इसका सेवन 3 माह तक करना है।
- इसके सेवन से घुटनों के ओप्रेशन की कोई आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इस औषधि में प्राकृतिक कैल्शियम होता है।
- इसमें विटामिन्स डी3 तथा बि12 भी भरपुर मात्रा में होता है, जिस कारण ईन्जेक्शन इत्यादि लगवाने की भी आवश्यता नहीं पड़ेगी।
- जिन लोगो को घुटनों में दर्द है वह इसका अवश्य सेवन करें।