
श्वेत प्रदर, कष्टकारी मासिक या अति मासिक स्त्राव स्त्री रोगों में अत्यंत कष्टकारी रोग हैं। स्त्रियों में मासिकधर्म के दौरान अत्यधिक रक्त आना अत्यात्रव कहलाता है। इसके लिए स्त्रियों को बाज़ार में उपलब्ध रासयन युक्त अंग्रेजी दवाओं का प्रयोग करना पड़ता है। इसलिए आज हम आपको एक ऐसे घरेलू उपाय के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसको करने से आप इन समस्याओं से छुटकारा पा सकती हैं।
चलिए जानते हैं इस घरेलू उपाय के बारे में!!
आवश्यक सामग्री:-
- शीशम के पत्ते – 8 से 10
- मिश्री – 25 ग्राम
प्रयोग करने की विधि:-
- शीशम के पत्ते को मिश्री के साथ मिलाकर घोट व पीस लें।
- प्रतिदिन साधारण जल के साथ इस मिश्रण का प्रातः काल शौच जाने के 15 मिनट बाद सेवन करें।
- कुछ ही दिनों के सेवन से श्वेत प्रदर जैसा कष्टकारी रोग समाप्त होता है।
- इसके साथ ही मासिक धर्म(पीरियड्स) की सभी समस्याएँ जैसे अधिक मासिक का आना या मासिक में पीड़ा भी दूर हो जाएंगी।
- सर्दियों के मौसम में उपरोक्त दवा में 4-5 काली मिर्च मिलाकर सेवन करना चाहिए।
- शीशम कि प्रकृति अत्यंत शीतल होती है,जिस कारण ये अधिक गर्मी में एक शीतल पेय के समान है।
- इसलिए यह गर्मियों की वजह से होने वाले सभी प्रकार के रक्तस्त्राव में भी अत्यंत लाभप्रद, निरापद एवम सरल प्रयोग है।