
आज कल धीमा रक्तचाप एक आम समस्या हो गई है। मनुष्य का सामान्य रक्तचाप 120/80 माना जाता है। जब यह 90/60 हो जाता है, तो इस समस्या को हाइपोटेंशन(Hypotension) अर्थात धीमा रक्तचाप कहते हैं। धीमा रक्तचाप होने के पीछे बहुत से कारण हो सकते है, जैसे कि अधिक शारीरिक व मानसिक परिश्रम, भोजन व पानी की कमी, अधिक खून का बह जाना ईत्यादि।
धीमा रक्तचाप होने पर नसों तथा धमनियों में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है। रक्त का प्रवाह कम होने की वजह से दिमाग़, दिल तथा गुर्दे में ऑक्सीजन एवम पौष्टिक तत्व नहीं पहुंच पाते। इन सभी कारणों के चलते हमारी इंद्रियां सही प्रकार से कार्य नहीं कर पाती। कमजोरी, चक्कर आना, उल्टी उबाक आना, सर दर्द होना,थकान इत्यादि धीमा रक्तचाप के लक्षण हैं। इसलिए आज हम आपको एक ऐसी घरेलू औषधि के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके सेवन से आप धीमे रक्तचाप की समस्या से छुटकारा पा सकेंगे।
चलिए जानते हैं इस औषधि के बारे में !!
धीमे रक्तचाप के लिए मुलेठी:-
लीकोरिस(Liquorice) जिसको सामान्य भाषा में मुलेठी भी कहा जाता है। आज हम इसके एक विशेष उपयोग के बारे में चर्चा करने वाले है कि मुलेठी किस प्रकार धीमा रक्तचाप के रोगियों के लिए उपयोगी हो सकती है। मुलेठी में मुख्य रसायन ग्लीसिरहिजीं(Glycyrrhizin) पाया जाता है। इस रसायन में मिनरलोकोर्टिकॉइड एक्टिविटी(Mineralocorticoid activity) पाई जाती है। जिससे ये हमारे शरीर से जल और सोडियम को बाहर नहीं निकलने देता है और पोटाशियम को शरीर से बाहर निकलता है। जिससे हमारे शरीर का जल का आयतन बढ़ जाता है.जल और सोडियम की मात्रा शरीर में ज्यादा होने से हमारा blood pressure बढ़ने लगता है।
- इस प्रकार मुलेठी के सेवन से Blood Pressure को सामान्य रखा जा सकता है।
- ध्यान रहे कि आपको हृदय, किडनी संबंधित कोई रोग ना हो।
सेवन की विधि:-
- मुलेठी मीठी होती है, इसलिए एक दिन में मुलेठी का 3 से 4 ग्राम सेवन करें।
- इसके एक छोटे टुकडो को आप मुह में रख कर कर भी आपने BP को सामान्य रख सकते हैं।
- ध्यान रखें कि मुलेठी की अधिक मात्रा का सेवन ना करें।