
आज हम आपको कुछ ऐसे घरेलू उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसको करने से आप हृदय से संबंधित खतरनाक से खतरनाक रोग क भी सामना कर सकते हैं। यह उपाय दिल की कुछ खास बिमारियों हृदय को शक्ति देने, कोलेस्ट्रॉल को कम करने, बढ़ी हुई धड़कन को सामान्य करने में बहुत ही सरल और प्रभावकारी उपाय है।
चलिए जानते हैं इन उपायों के बारे में !!
प्रयोग 1:-
- गाजरों को साफ़ करके छोटे छोटे टुकड़े करके शहद मिले जल में उबालें।
- जब गाजर कुछ नरम हो जाए तो निकालकर कपडे पर फैलाकर कुछ शुष्क कर लें।
- फिर केवल शहद में उबालकर एकतार चाशनी बनायें और बर्तन में रखें।
- इसके एक किलोग्राम मुरब्बे में 1 से 2 ग्राम दालचीनी, सौंठ, इलायची, केशर, कस्तूरी, तथा जायफल डाल दें।
- 40 दिन बाद इस मुरब्बे का सेवन 20 से 40 ग्राम तक करें।
- यह मुरब्बा दिल की कमजोरी और उन्माद के लिए अति उत्तम है।
- यह मुरब्बा अत्यंत कामोत्तेजक है तथा यह जलोदर में भी लाभदायक है।
प्रयोग 2:-
- गाजर को कद्दूकस करा दूध में उबालकर खीर की तरह खाने से हृदय को ताक़त मिलती है, खून की कमी मिटती है।
प्रयोग 3:-
- गाजर को कद्दूकस कर लें।
- अब इनको दूध में उबाल लें।
- जब गाजर गल जाए तो शक्कर मिलाकर खाने से हृदय को शक्ति मिलती है।
प्रयोग 4:-
- 5 गाजरे लीजिये, इनको कोयले के अंगारों पर पकाएं।
- पकाने के बाद थोड़ी ठंडी कर लें और इसको कद्दूकस कर लें।
- अभी इन गाजरों में केवड़ा या गुलाब अर्क मिला कर साथ में मिश्री मिला कर खाइए।
- यदि पका नहीं सकते तो गाजरे छीलकर रात भर बाहर औस में रखी रहने दें।
- प्रातः काल इन गाजरों को कद्दूकस करके केवड़ा या गुलाब अर्क तथा मिश्री मिलाकर खाने से हृदय की धड़कन सामान्य हो जाती है।