
मांसपेशियों में खिचांव की समस्या वैसे तो एक सामन्य समस्या है। परन्तु मांसपेशियों में खिंचाव से पीड़ित व्यक्ति को बेहद दर्द से गुज़रना पड़ता है। इस समस्या के होने की स्थिति में मांसपेशियों में खिंचाव होने लगता है। यह रोग शरीर के किसी भी भाग में हो सकता है। परन्तु अधिकतर यह रोग पैरों में होता है।
मांसपेशियों में खिंचाव होने के कारण:-
- मांसपेशियों में खिंचाव होने का सबसे प्रमुख कारण शरीर में विटामिन बी, डी, मैग्नीशियम, पोटेशियम, कैल्शियम तथा अन्य प्राकृतिक लवणों की कमी होना है।
- मांसपेशियों में ऐंठन की समस्या शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी होने के कारण भी हो सकती है।
- चिड़चिड़ापन, तनाव और अन्य मनोवैज्ञानिक कारण से भी यह यह रोग होता है।
- शरीर में हारमोन्स का स्राव सही प्रकार से न होने के कारण भी यह परेशानी होती है।
- अधिक शारीरिक कमज़ोरी होने के कारण भी मांसपेशियों में खिंचाव हो जाता है।
मांसपेशियों में ऐंठन का प्राकृतिक चिकित्सा से उपचार:-
1. पानी:-
- शरीर में पानी की कमी ना होने दें।
- शरीर में पानी की कमी से भी पैर की उंगलियों सहित कई अंगों की मांसपेशियों में ऐंठन हो सकती है।
- खासतौर पर व्यायाम के समय जब पसीना बहुत ज्यादा बहता है, तब खूब पानी पिएं और शरीर को हाइड्रेट रखें।
- छोटे व्यायाम सत्र में थोड़ा-थोड़ा कर पानी पियें और लंबे व्यायाम सत्र के दौरान डायलूट स्पोर्टस ड्रिक उपयुक्त होता है।
- अापको दिन में भी थोड़ा-थोड़ा पानी पीते रहने की आदत डालनी चाहिये, खासतौर पर सोने से पहले। क्योंकि सोते समय शरीर काफी तरल खोता है।
2. मिनरल्स की कमी ना हो:-
- शरीर में मिनरल्स की कमी बिल्कुल न होने दें।
- मांसपेशियों में ऐंठन या अचानक दर्द मिनरल्स जिसे कैल्शियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम की वजह से होता है।
- इसलिए हमें रोज जरुरत के हिसाब से कैल्शियम के 1000 मिलीग्राम और पोटेशियम की 4.7 ग्राम मात्रा लेनी चाहिए।
- विशेषकर मैग्नीशियम 400-420 मिलीग्राम पुरुषों के लिए और 310-320 मिलीग्राम महिलाओं के लिए आवश्यक होता है।
- केलों में उच्च मात्रा में पोटेशियम होता है, साथ ही कच्चे एवकाडो, भुने आलू, पालक और वसा मुक्त या स्किम्ड दूध भी इसके अच्छे श्रोत होते हैं।
3. मालिश:-
- शरीर की मालिश करें (खासतौर पर पैरों की)।
- पैरों की मांसपेशियों में ऐंठन होने पर उन्हें गर्म पानी में भिगोएं।
- मालिश करने से शरीर का ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है।
- ये मांसपेशियों में ऐंठन से बचने के एककारगर और आसान तरीका है।
4. व्यायाम तथा स्ट्रेच करें:-
- रोज़ थोड़ा व्यायाम करें।
- दिन में रोज़ पैरों और शरीर की स्ट्रेचिंग करें।
- इससे मांसपेशियों को आराम मिलता है और ऐंठन होने की संभावना भी कम होती है।
- अगर पैर में ऐंठन रात के समय हो तो पैरों को धीरे से स्ट्रेच करें।
- इससे आपके पैरों का ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है और मांसपेशियों में ऐंठन नहीं होती।