
नींद न आना जिसको हम अंग्रेजी में (स्लीपिंग – SLEEP डिसऑर्डर) भी कहते है आज कल आम देखी जा सकती है। इसके बढ़ने का कारण है स्ट्रेस एवं अस्वास्थ्यकर भोजन जो सीधा हमारे शरीर पर असर करता है और यह हमारी मानसिक एवं शारीरिक गतिविधियों में सीधा असर है ।
लक्षण नींद आने के:
- सिर में दर्द: अक्सर जिन लोगों को नींद नहीं आती है उबके सिर में दर्द रहता है। वह सिर म्विन भारीपन महसूस करते हैं। कई बार उनका सिर भी चकरा जाता हैं और बेहोश हो जाते हैं।
- सूजन आना: कई लोगोंको कम नींद आती हैं और वेह पूरी रात करवटें बदलते रहते हैं। इससे उनकी आँखों में काले धब्बे आजाते हैं और आँखों में भी सूजन आजाती है।
- उर्जा स्तर कम होना : नींद न आने से शरीर की ऊर्जा शक्ति कम हो जाती है जिसकी वजेह से इंसान को कमजोरी अथ्वा थकान महसूस होती हैं।
अगर इसका समय सिर इलाज़ न किया जाये तो यह एक मानसिक रोग भी बन सकता है। तो इस मौके पर आपको डॉक्टर की सलाह लेना अनिवार्य हो जाता है।
कैसे करें इसका बचाव:
- Meditation (ध्यान करें): ध्यान जो की एक चमत्कार से कम नहीं है इसको करने से शरीर और दीमाग में नयी ऊर्जा मिलती है |इसको हम कभी भी और कही भी कर सकते हैं। इसको करने से हम अपने आप को रिलैक्स फील करते हैं एंड यह शरीर को भी तरोताज़ा बनता है।
- अपना समय दोस्तों के साथ बिताएं: ज्यादा से ज्यादा समय दोस्तों के साथ बिताएं। उनके साथ बातें करें,घूमें-फिरे ऐसा करने से आपके सभी तनाव दूर होजाएंगे है और मन को भी शांत होजाएगा है।
- खूब हसें: इंसान को ज्यादा से ज्यदा हसने चाहिए इसे खून का संतुलन भी बढता है और अच्छे से नींद भी आती है और स्ट्रेस भी दूर हो जाता है।
- योगा में शीर्षासन: ऐसा करने से आपकी सारी थकान भी दूर होजाएगी और अच्छे तरीके से नींद भी आजाएगी।
अशवगन्धा पाउडर– 10 ग्राम दूध को 10-15 मिनट्स हलकी आंच पर उबालना है फिर उसको रात को सोने से पहले पीना है।