
पेचिश दो प्रकार की होती है, एक अमीबिक पेचिश तथा दूसरी दण्डाणुका पेचिश। पेचिश का मुख्य कारण बड़ी आंत तथा इलियम के निचले हिस्से में प्रदाह होना होता है। पेचिश को आमतिसार अथवा रक्तातिसार के नाम से भी जाना जाता है। पेचिश रोग की शरुआत में बार-बार थोड़ी-थोड़ी मात्रा में दस्त, मल के साथ सफ़ेद चिकना पदार्थ निकलना तथा पेट में ऐंठन की पीड़ा जैसी समस्याएं होती हैं। परन्तु धीरे-धीरे दस्तों की संख्या बढती जाती है तथा रक्त भी साथ में आने लग जाता है।
इस रोग में मरीज़ को भूख कम लगती है तथा दुर्बलता महसूस होती है। दस्त के समय पेट में असहनीय दर्द महसूस होता है। इसलिए आज हम आपको एक ऐसे घरेलू उपाय के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसको आप बिना किसी संकोच के कर सकते हैं और इस परेशानी से छुटकारा पा सकते हैं। यह उपचार एक चमत्कार के समान है तथा यह दोनों प्रकार की पेचिश में ही बहुत असरकारक है।
चलिए जानते हैं इस घरेलू उपाय के बारे में !!
आवश्यक सामग्री:-
- मिश्री – 300 ग्राम.
- सौंफ – 300 ग्राम.
बनाने की विधि:-
- सर्व प्रथम सौंफ के दो बराबर हिस्सों में बाँट लें।
- अब एक हिस्से को तवे पर भून लें।
- भुनी हुई तथा शेष बची हुई सोंफ अर्थात दोनों हिस्सों को एक साथ लेकर बारीक़ पीस लें।
- अंत में मिश्री को पीस लें तथा ऊपर बनाए मिश्रण में मिला दें।
सेवन की विधि:-
- दिन में 4 बार इस चूर्ण का 6 ग्राम (अर्थात दो चम्मच) की मात्रा में सेवन करें।
- इसके सेवन के बाद आप ऊपर से दो घुट पानी पी सकते हैं।
- सोंफ खाने से बस्ती-शूल या पीड़ा सहित आंव आना मिटता है।