
आजकल हमारे देश सहित पुरे विश्व भर में स्वाइन इंफ्लुएंजा जिसे स्वाइन फ्लू के नाम से भी जाना जाता है, बड़ी ही तीव्रता से फैलता जा रहा है। यह इंफ्लुएंजा वायरस से होता है तथा यह वायरस सूअरों के श्वसन तंत्र से निकलता है। इस वायरस में परिवर्तित होने की क्षमता होती है। जिससे यह आसानी से लोगों में फैल जाता है। इंसानो में खांसी, थकान, नजला, उल्टी आना, बुखार, दस्त, शरीर में दर्द आदि इसके लक्षण हैं। इसलिए आज हम आपको भयानक रोग से बचने के लिए कुछ घरेलू उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं।
स्वाइन फ्लू से बचाव के लिए घरेलू उपाय
1. कपूर:-
- कपूर गोली के आकार का कपूर का टुकड़ा महीने में एक या दो बार लिया जा सकता है।
- बड़े लोग इसे पानी के साथ निगल सकते हैं और छोटे बच्चों को यह आलू या केले के साथ मलकर दे सकते हैं
- क्यों कि इसे सीधा लेना मुश्किल होता है।
- याद रखें कपूर को रोजाना नहीं लेना है इसे महीने में एक बार ही लें।
2. लहसुन:-
- जो लोग लहसुन खाते हैं वे रोज सुबह दो कलियाँ कच्ची चबा सकते हैं।
- यह गुनगुने पानी से लिया जा सकता है।
- अन्य चीजों की बजाय लहसुन से इम्यूनिटी ज्यादा बढ़ती है।
3. गिलोय:-
- गिलोय की एक फुट लंबी शाखा लें।
- इसमें तुलसी की 5-6 पत्तियाँ मिला कर इसे 15 से 20 मिनटों के लिए उबाल लें। जब तक कि इसमें इसके तत्व ना घुल जाएँ।
- इसमें स्वादानुसार काली मिर्च, सेंधा नमक(यदि व्रत है तो) अथवा काला नमक और मिश्री मिला लें।
- इसे ठंडा होने दें तथा गुनगुने का सेवन करें। इम्यूनिटी के लिए यह कारगर है।
4. तुलसी:-
- दोनों तरफ से धुली हुई तुलसी की पत्तियाँ रोज सुबह लें। तुलसी का अपना एक चिकित्सीय गुण है।
- यह गले और फेफड़े को साफ रखती है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाकर इसके संक्रमण से बचाती है।
- 5-6 पत्ते तुलसी तथा काली मिर्च के 2 से 3 दाने पीस कर चाय में डाल दिन में दो से तीन बार पिएं।
- 4-5 तुलसी के पत्ते, 5 ग्राम अदरक, चुटकी भर काली मिर्च पाउडर और इतनी ही हल्दी को एक कप पानी या चाय में उबालकर दिन में दो-तीन बार पिएं।
5. नीम:-
- नीम में हवा को साफ करने का गुण होता है जिससे यह वायुजनित बीमारियों के लिए कारगर है, स्वाइन फ्लू के लिए भी।
- आप खून को साफ करने के लिए रोज 3-5 नीम की पत्तियाँ चबा सकते हैं।
6. एलोविरा या ग्वारपाठा:-
- ग्वारपाठा आसानी से उपलब्ध पौधा है।
- इसकी कैक्टस जैसी पतली और लंबी पत्तियों में सुगंध रहित जैल होता है।
- इस जैल को एक टी स्पून में पानी के साथ लेने से त्वचा के लिए बहुत अच्छा रहेगा, जोड़ों का दर्द दूर होगा और साथ ही इम्यूनिटी बढ़ेगी।
7. दूध:-
- जिन लोगों को दूध से एलर्जी नहीं है वे रोज रात को दूध में थोड़ी हल्दी डालकर ले सकते हैं।
8. खट्टे फल:-
- खट्टे फल तथा विटामिन सी से भरपूर आंवला जूस आदि का सेवन करें।
- क्योंकि आंवले का जूस हर महीने नहीं मिलता, ऐसे में आप पैक्ड आंवला जूस भी ले सकते हैं।
- आधा चम्मच आंवला पाउडर को आधा कप पानी में मिलाकर दिन में दो बार पिएं। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
9. प्राणायाम:-
- रोजाना प्राणायाम करें गले और फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए रोजाना प्राणायाम करें और जॉगिंग करें।
- आपको स्वस्थ रखने के साथ ही यह हर बीमारी के लिए फायदेमंद है जो कि नाक, गले और फेफड़ों से संबन्धित हैं।