
हमने बहुत बार सुना होगा की भगवन भी वहीँ वास करते हैं जहां साफ़ सफाई हो। इसलिए हमें अपने आसपास के साथ-साथ अपने शरीर को भी साफ रखना चाहिए। और यह सफाई सिर्फ बहरी ही नहीं अंदरूनी भी होनी चाहिए। आजकल के दूषित वातावरण तथा खानपान की वजह से हमारे शरीर की कार्यशैली बिगड़ती जा रही है। जिस कारण हमारे शरीर के भीतर भी गंदगी जमती रहती है। जो बहुत से रोगों को पैदा करती है। इसलिए आज हम आपको एक ऐसी घरेलू औषधि के बारे में बताने जा रहे हैं, जोकि आपके पुरे शरीर की सफाई(Remedy clean complete body internally) करने में लाभदायक है। इस उपाय में बनने वाले चूर्ण का प्रयोग विशेष रूप से हमरे शरीर की साड़ी गंदगी को बाहर निकालने के लिए फायदेमंद है। यह पेट, आँतों, लीवर, तिल्ली, शूल एवम गर्भ आदि की सफाई तथा रोगों में भी बहुत लाभदायक है।
इस चूर्ण के उपयोग से कब्ज तथा दस्त खोल जाती है। यह चूर्ण प्लीहा, यकृत, गर्भाशय तथा शूल की बिमारिओं में भी आराम देता है। इन सब के इलावा जिन रोगों में दवा देने से पहले कोठा साफ़ करने(पेट को बिलकुल साफ़) की ज़रूरत होती है, उन सबमे इसे दे सकते हैं। इसमें यह खूबी है के इससे पतला दस्त नहीं आता पर कोठे का सारा मल, बंधे हुए दस्त के रूप में निकल जाता है।
चलिए जानते हैं इस उपाय के बारे में(Remedy clean complete body internally)
आवश्यक सामग्री:-
- काला नमक – 10 ग्राम
- कालादाना – 30 ग्राम (इससे कृष्ण बीज भी कहा जाता है)
- स्नाय – 30 ग्राम
बनाने की विधि:-
- सर्व प्रथम काला दाना तथा स्नाय को कूट व पीस कर इसका चूर्ण बना अच्छे से छान लें।
- अब काले नमक को पीस लें तथा छान कर ऊपर बने चूर्ण में मिला लें।
सेवन विधि:-
- इस चूर्ण का सेवन 2 से 5 ग्राम की मात्रा तक की करें।
- रात को सोने से पूर्व समय इस चूर्ण को फांक कर ऊपर से गुनगुना पानी पि लें।
- सवेरे ही एक या दो दस्त खुलासा होने से शरीर हल्का हो जाता है।
सावधानी:-
- शुरुआत में इस चूर्ण का सेवन थोड़ी मात्रा में करें, इसके पश्चात आप इसकी मात्रा बढ़ा सकते हैं।
- परन्तु ऊपर बताई गई विधि के साथ के अनुसार आरम्भ में मात्रा कम लें, अन्यथा आपको अधिक पतले दस्त हो सकते हैं।
- इस चूर्ण के सेवन से पेट में पीड़ा सी महसूस होती है। यह आपकी आँतों में जमे पड़े मल को खुरचता है।
- ऐसी स्थिति में आप थोड़ी सी सौंफ को मुंह में रख चूसें, इससे जल्द ही मल निकल जाएगा।