
आज बढ़ते हुए तनाव, मानसिक थकान, चिंता, शारीरिक रोग ये सब असमय ही इंसान को बूढा बना देती हैं। भरी जवानी में इंसान बूढा नज़र आने लगता हैं। आजकल हमारे दैनिक जीवन का खानपान ठीक ना होने के कारण मनुष्य जल्दी ही थक जाता है। इतना ही नहीं बुजुर्गों के साथ-साथ युवा भी इस श्रेणी में आ गए हैं। युवा भी जल्दी ही थक जाते हैं, थोड़ा सा काम करते ही थकान महसूस करने लग जाते हैं। आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में लोगो का ध्यान अपने खान पान पर नहीं रहता है। ऐसे में लोगो में शारीरिक कमजोरी बेहद आम बात हो गयी है। शरीर की मजबूत बनावट और कमजोरी रहित शरीर एक स्वस्थ व्यक्ति की पहचान मानी जाती है। हम में से कई शरीर की कमजोरी से जूझ रहे हैं। इसलिए आज हम आपको एक ऐसे घरेलू उपाय के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसको करने से आप एक चमत्कारी औषधि तैयार का पाएंगे। इस औषधि का सेवन करने से आपकी थकान नियमित रूप से दूर हो जाएगी।
चलिए जानते हैं इस उपाय के बारे में !!
आवश्यक सामग्री:-
- गोखरू का चूर्ण – 100 ग्राम
- भृंगराज का चूर्ण – 100 ग्राम
- काले तिल का चूर्ण – 100 ग्राम
- सूखे आंवले का चूर्ण – 100 ग्राम
- पीसी हुई मिश्री – 400 ग्राम
- शहद – 300 ग्राम
- शुद्ध देशी गौ घृत (गाय का घी) – 100 ग्राम
बनाने की विधि:-
- सर्व प्रथम गोखरू, भृंगराज, काले तिल तथा सूखे आंवले के सभी के चूर्ण को लेकर एक साथ मिला लें।
- अब इसमें पीसी हुई मिश्री मिला लें।
- फिर इसमें शुद्ध देशी घी डाल दें।
- इसके बाद इसमें शहद मिला लें।
- इस मिश्रण को अच्छे से मिश्रित कर लें।
- अंत में इस चूर्ण को किसी कांच की बर्नी में डालकर रख लें।
सेवन की विधि:-
- प्रतिदिन इस चूर्ण का खाली पेट एक चम्मच (5 ग्राम) की मात्रा में सेवन करें।
- ऊपर से गाय का दूध अथवा गुनगुना पानी पीएं।
इस प्रयोग के अद्भुत लाभ:-
- कुछ ही दिनों में दुर्बल व्यक्ति भी अपना वज़न पूरा कर शक्तिशाली बन जाता हैं।
- शरीर शक्ति शाली और बाजीकरण युक्त हो जाएगा।
- चेहरे पर कान्ति आ जाएगी।
- ढीले दांत भी मज़बूत बन जाएंगे।
- यदि छोटी आयु में बाल झड़ गए हैं तो पुनः दोबारा उग आएंगे।
- अगर सफ़ेद हो गए हैं तो काले हो जायेंगे।
- वृद्धावस्था तक काले बने रहेंगे।
परहेज:-
- अंडा, मांस, मछली, नशीले पदार्थो का सेवन वर्जित हैं।
सावधानी:-
- घी और शहद परस्पर समान मात्रा में धीमे ज़हर का काम करते हैं।
- इसलिए इनकी समान मात्रा नहीं लेनी।