कैंसर कोशिकाओं को जड़ से ख़तम करे ये रामफल – Graviola

raam falकैंसर में होने वाली कीमो थेरेपी से 10 हज़ार गुणा ज्यादा प्रभावशाली है GRAVIOLA

रामफल एक मध्यम श्रेणी का वृक्ष होता है। इसका तना अधिक मोटा नहीं होता। यह पर्याप्त काष्ठीय एवं भूरे रंग का होता है। इसकी शाखायें भी पतली एवं भूरे रंग की होती है। शाखाओ पर सीताफल की पतियों की भांति पते लगे होते है। रामफल का बाहरी सतह बेल की तरह चिकनी होती है |  बाकी पेड़, पत्ता और फल के अंदर का बीज लगभग एक जैसा होता है। पतों की  लकीरे आम की पतियों के समान होता है। पत्तियां पीने  किनारे वाली होती है। इसके पुष्प छोटे हरे-सफ़ेद तथा फल आलू के समान रंग  वाले और गूदेदार होते हैं। इसका गुदा खट्टा मीठा और कसैला होता है। जब यह वृक्ष अपना पर्याप्त आकार ले लेता है, तब इसका छत्रक बेहद सुन्दर दिखाई देता है और वृक्ष के नीचे काफी शीतलता भी रहती है।

बहुत सारे विदेशी अध्ययनों से ये बात साबित हुई है के रामफल जिसको वैज्ञानिक भाषा में ग्राविओला या एनोना रेटिकोलाटा  भी कहा जाता है , कैंसर के मरीजों के लिए एक वरदान का काम करता है |

समर्थकों का दावा है कि यह आम कीमोथेरेपी दवाओं की तुलना में पेट के कैंसर की कोशिकाओं को मारने में अधिक प्रभावी औषधि है| यह प्रोस्टेट, फेफड़े, स्तन, पेट और अग्नाशय के कैंसर को नष्ट तो करता ही है बल्कि यह स्वस्थ कोशिकाओं को कोई नुकसान भी नहीं पहुंचाता। इस प्रकार से यह हमारे शरीर की  प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा भी देता है।

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The National Cancer Institute ने इस पौधे के पत्तों और स्टेमस (STEMS) का निरिक्षण किया है  जिसमें  उन्होंने पाया है कि यह पौधा कैंसर की घातक कोशिकाओं को नष्ट करने में बहुत सफल दवा है | लेकिन  आश्चर्यजनक  बात यह है कि  इस रिपोर्ट को कभी पब्लिश नहीं किया गया और यह रिपोर्ट National Cancer Institute (NCI) की आंतरिक रिपोर्ट बन कर रह गयी |

दक्षिण कोरिया के कैथोलिक विश्वविद्यालय में हाल ही में  किए गए एक अध्ययन में Graviola के बीज से निकाले गए रसायन से स्तन और पेट के कैंसर की कोशिकाओं को मारने के लिए इस प्रकार की प्रभावी दवा बांयी जा सकती है  जिस प्रकार कीमोथेरेपी में दी जाने वाली cytotoxicity और Adriamycin दवाएं काम करती है |

अध्ययनों में यह बात सबसे महत्वपूर्ण रही के ग्रविओला (GRAVIOLA) रामफल सामान्य, स्वस्थ कोशिकाओं को अछूता छोड़ केवल चुनिंदा कैंसर की कोशिकाओं को ही लक्षित करता है। जो के कैंसर के रोग में बेहद महत्वपूर्ण है. क्यूंकि कीमो जैसी थेरपी से अनेक स्वस्थ कोशिकाएं भी नष्ट हो जाती हैं. जिसका अधिकतर प्रभाव बालों की कोशिकाओं पर और पेट की कोशिकाओं पर अधिक पड़ता है.

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एक अन्य अध्ययन के द्वारा जो कि Journal of Natural Products द्वारा  किया गया जिसमे यह पता चला कि ग्रविओला (GRAVIOLA) रामफल Adriamycin  से 10000 गुणा अधिक शक्तिशाली है |
हाल ही में हुए एक अन्य शोध में यह भी  पाया गया है कि ग्रविओला (GRAVIOLA) रामफल वृक्ष में ऐसे अव्यव हैं जो कैंसर कोशिकाओं के विकासक्रम को रोक देते हैं | ऐसे सेल्स जो कीमो थेरैपी के दौरान बच जाते हैं, यह उनको भी बढ़ने नहीं देता  |

Purdue researchers ने अपने अध्ययन में यह भी पाया के ग्रविओला (GRAVIOLA) रामफल शरीर की छः की छः सेल्स लाइन्स तक कैंसर के सेल्स को खत्म कर देता है. Especially यह prostate और pancreatic सेल्स पर बहुत कारगार पाया गया.

वहीँ Purdue researchers के एक और अध्ययन में यह भी पाया गया था कि ग्रविओला (GRAVIOLA) रामफल के पत्तों का सत्व फेफड़ों के ख़राब सेल्स जिनमे कैंसर हो गया है उन को अलग अलग कर के नष्ट कर देता है |

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और सबसे महत्वपूर्ण बात तो ये थी जो इन सभीअध्ययनों में निकल कर आई है कि अभी तक इस का कोई भी नकारात्मक प्रभाव किसी पर नहीं देखा गया है , चाहे इसकी अधिक मात्रा ही दी गयी हो |

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