जानिए कैसे करें हृदय रोगों, मधुमेह तथा मोटापा एक साथ खत्म ?

आजकल हृदय की समस्याएं, मधुमेह तथा मोटापा इत्यादि प्रमुख परेशनियाँ बन गई हैं। यह तीनों रोग आपस में किसी ना किसी प्रकार से जुड़े हुए है। इसलिए आज हम आपको पौधे से प्राप्त होने वाली एक ऐसी आयुर्वेदिक व प्राकृतिक दवा के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके सेवन से इन तीनों रोगों का अंत किया जा सकता है। यह प्राकृतिक औषधि है ईसबगोल।

चलिए जानते हैं इसके बारे में!!

सेवन की विधि:-

  • 1 गिलास पानी में 1-2 चम्मच ईसबगोल फाइबर को डाल कर रात्रि को सोते समय लें।

ईसबगोल के लाभ:-

1. मोटापा:-

  •  जब शरीर में शकर्रा कम हो जाती है। तो शरीर में स्टोर हुए फैट का इस्तेमाल ऊर्जा के उत्पादन में होना शुरू हो जाता है, जिससे शरीर से फैट कम होना शुरू हो जाता है और मोटापा भी कम होना शुरू हो जाता है।
  • इसके साथ ही ईसबगोल कब्ज को भी दूर करता है। जो कई रोगों का कारण बनती है यह मोटापे को भी कम करती है।
  • ईसबगोल में कैलोरीज़ भी बहुत कम होती हैं। 2 चम्मच में सिर्फ 32 कैलोरीज़ होती है, जो ना के बराबर होती है।
  • ईसबगोल का लगातार सेवन करने से भूख भी कम लगती है। क्योकि यह हमारे पाचन तंत्र में जाने के बाद फूल जाता है जिससे हमारा पेट भरा हुआ लगता है  जो मोटापा कम करने में सहायक है।

2. हृदय रोगों के लिए ईसबगोल:-

  • अशुद्ध तथा वसा युक्त भोजन के कारण रक्त वाहिनियो में कोलेस्ट्रॉल जमा हो जाता है।
  • जो हृदय घाट, एनजाइना तथा स्ट्रोक जैसी हृदय रोगों के लिए जिम्मेदार हैं।
  • ईसबगोल फाइबर कोलेस्ट्रॉल को भी कम करते है।

3. मधुमेह के  लिए ईसबगोल:-

  • हम मुख्य रूप से ईसबगोल के फाइबर का प्रयोग करते हैं।
  • यह फाइबर पाचन की प्रकिया में जल को अवशोषित करके जेल का रूप ले लेते है।
  • यह शकर्रा के पाचन तथा अवशोषण की प्रकिया को धीमा कर देते हैं।
  • जिससे रक्त में शकर्रा की मात्र कम हो जाती है, जिस कारण मधुमेह में काफी लाभ मिलता है।

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