प्रकृति का उपहार है तुलसी … अपनाइए इसे अपने जीवन में

 

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तुलसी है आयुर्वेद की जडीबुटी …कैसे उठाये इससे लाभ

आयुर्वेद में तुलसी का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है | प्राचीन समय से इसका उपयोग अलग-अलग बीमारियों के उपाय के लिए किया जा रहा है। हमारे घरों में तुलसी न केवल धार्मिक महत्‍व रखती है  बल्कि इसके कई स्‍वास्‍थ्‍यवर्धक लाभ भी हैं। पुरातन काल से ही तुलसी के औषधीय गुणों को काफी महत्वता दी जाती है। आइए जानें ऐसे ही कुछ गुणों के बारे में जो हमारे स्‍वास्‍थ्‍य के लिए लाभप्रद है।

क्या हैं तुलसी से होने वाले घरेलू उपचार

त्वचा निखारे :- तुलसी और नींबू का रस बराबर मात्रा में मिलाकर चेहरे पर लगाने से झाइयां व फुंसियां ठीक होती हैं। और साथ ही चेहरे की रंगत में निखार आता है। तुलसी में थाइमोल तत्व पाया जाता है, जो त्‍वचा रोगों को दूर करने में मददगार होता है।

 

आँखों की समस्या दूर करे :- आंखों की समस्‍या ‘विटामिन ए’ की कमी से होती है। आंखों की जलन में तुलसी का अर्क बहुत कारगर साबित होता है। रात में रोजाना श्यामा तुलसी के अर्क को दो बूंद आंखों में डालना चाहिए। इसके लिए आपको सलाह दी जाती है कि इस उपाय को करने से पहले अपने नेत्र चिकित्‍सक से सलाह जरूर लें।

 

सिरदर्द में राहत दे :- तुलसी के पत्तों के रस में एक चम्‍मच शहद मिलाकर रोजाना सुबह शाम लेने से 15 दिनों में अर्द्धकपाली जैसे रोगों में लाभ मिलता है। तुलसी का काढ़ा पीने से सिरदर्द में आराम मिलता है।

 

दस्‍त और उल्‍टी दूर भगाए :- यदि आपको उलटी और दस्त से परेशानी हो रही है तो तुलसी के पत्ते भुने जीरे के साथ मिलाकर शहद के साथ दिन में तीन बार चाटने से लाभ मिलेगा । छोटी इलायची, अदरक का रस व तुलसी के पत्तों को समान मात्रा में मिलाकर लेने से उल्टी बंद हो जाएगी |

 

खांसी और कफ दूर करे :- तुलसी की पत्तियाँ कफ साफ करने में मददगार होती हैं | तुलसी की कोमल पत्तियों को अदरक के साथ चबाने से खांसी-जुकाम से राहत मिलती है। तुलसी को चाय की पत्तियों के साथ उबालकर पीने से गले की खराश भी दूर हो जाती है।

तनाव दूर करे :- तुलसी में तनावरोधी गुण पाए जाते हैं। कई आयुर्वेदिक उपचार तनाव में तुलसी के लाभ की  पुष्टि कर चुके हैं। रोजाना तुलसी के 10-12 पत्तों का सेवन करने से मानसिक दक्षता और तनाव से लड़ने की आपकी क्षमता में बढ़ोतरी होती है।

 

सांसों की दुर्गंध को दूर करे :- तुलसी की सूखी पत्तियों को सरसों के तेल के साथ मिलाकर दांतों को साफ करने से सांसों से दुर्गध नहीं आती है। तुलसी की कुछ पत्तियों को रोजाना चबाने से मुंह का संक्रमण दूर हो जाता है। मुख की दुर्गंध दूर करने के लिए दिन में दो बार तुलसी के 4-5 पत्ते चबाएँ।

 

किडनी फिट रखे :- किडनी की पथरी में तुलसी की पत्तियों को उबालकर उसका अर्क बना लें। इस अर्क को शहद के साथ नियमित 6 महीने तक सेवन करने से पथरी पेशाब मार्ग से बाहर निकल जाती है। तुलसी किडनी को मजबूत बनाती है।

 

श्वास सम्बन्धी रोग नष्ट करे :- श्वास संबंधी समस्याओं का उपचार करने में तुलसी बहुत उपयोगी साबित होती है। अदरक, शहद और तुलसी को मिलाकर बनाया गया काढ़ा पीने से दमा, कफ, ब्रोंकाइटिस और सर्दी में राहत मिलती है।

 

कान की समस्‍याओं को दूर करे :- तुलसी के रस में कपूर मिलाकर उसे हल्‍का गर्म करके कान में डालने से दर्द ठीक हो जाता है। कनपटी के दर्द में तुलसी की पत्तियों का रस मिलाने से बहुत फ़ायदा होता है। कान की समस्‍याओं जैसे कान बहना, दर्द होना और कम सुनाई देना आदि में तुलसी बहुत ही फायदा देती है।

 

मधुमेह (Diabetes) :- यह मधुमेह के रोगियों के लिए काफी फायदेमंद होती है। यह शरीर में इन्सुलिन लेवल को कंट्रोल करती है |

 

बुखार व आम सर्दी को दूर करे :- बुखार के दौरान तुलसी के पत्तों से बना काढ़ा बेहद फायदेमंद होता है। यह नुस्खा मलेरिया के दौरान भी फायदेमंद होता है।

 

दिल की रक्षा करे :- तुलसी में मौजूद विटामिन सी और यूगेनोल नामक एंटीऑक्सीडेंट हृद्य संबंधी रोगों से बचाते हैं और इससे रक्तचाप व रक्तवसा को भी कंट्रोल किया जा सकता है |

 

हर्बल कॉस्मेटिक :- तुलसी के रस से दाद व त्वचा संबंधी दूसरे रोग भी ठीक किए जा सकते हैं।  तुलसी रक्त को शुद्ध करने का काम करती है। इसलिए तुलसी की पत्तियों का इस्तेमाल हर्बल कॉस्मेटिक में भी किया जाता है।

 

धूम्रपान छुड़ाने में करे मदद :- यह इंसान के शरीर के तनाव को कम करती है इसलिए धूम्रपान छुड़ाने में बेहद सहायक होती है। तुलसी अपने एंटी स्ट्रेस गुणों के लिए भी लाभकरी मानी जाती है |

 

आइये जानिये इसके और अन्य लाभ

 

घाव शीघ्र ठीक करने के लिए तुलसी पत्र व फिटकरी खूब बारीक पीसकर घाव पर छिड़कें। इससे घाव ठीक हो जायेगा |

जलने पर तुलसी का रस व नारियल तेल फेंटकर लगाने से जलन दूर होगी, जख्‍म भी ठीक होंगे व जख्म का निशान भी ख़तम हो जाता है।

 

त्वचा संबंधी रोगों के लिए तुलसी के पत्तों के साथ पकाया हुआ तिल्ली का तेल लगाएँ।
 

गठिया दूर करने के लिए तुलसी की जड़, पत्ते, मंजरी और बीज बराबर मात्रा में लेकर कूट, छानकर पुराने गुड़ के साथ मिला लें और बकरी के दूध के साथ सुबह-शाम सेवन करें।

 

बुद्धि व स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए प्रतिदिन तुलसी के पाँच-सात पत्ते जल के साथ निगलें।

चेहरे की चमक बढ़ाने के लिए तथा झाँई व मुहाँसे के दाग मिटाने के लिए तुलसी के पत्तों को पीसकर उबटन करें।
इसके साथ ही कीड़े-मकौड़े काटने पर, गर्मी में लू लगने पर तथा रक्त शुद्धि के लिए भी तुलसी उपयोगी है।

 

 

 

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