
बहुत से लोग आँखों की रोशनी की समस्या को लेकर बहुत परेशान रहते हैं। हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग ऑंखें हैं। यह आकर्षक होने के साथ उपयोगी भी होती है। इसकी सुंदरता तभी तक मायने रखती है जब तक आपकी आंखों की रोशनी सलामत है। क्योंकि आँखों की रौशनी काम होने की स्थिति में आपकी सुन्दर ऑंखें मोटे-मोटे चश्मों के निचे छिप जाती है। अथवा यह इसके साथ ही आँखों की नज़र कमज़ोर होने से आप बहुत से कार्यों में करने में असमर्थ होते जाते हैं और यदि आप इनका ख्याल ना रखें तो यह अधिक कमज़ोर होती जाती हैं।
आपके भोजन में विटामिन-ए की कमी आंखों की रोशनी घटने का सबसे प्रथम कारण है। इसके कारण छोटी आयु में ही आँखों की दृष्टि काम होने लगती है। दूसरा कारण लगातार कई घंटों तक कंप्यूटर के सामने बै-ठकर कार्य करना अथवा अधिक समय तक टेलीविजन देखना। इसका तीसरा कारण अपनी आँखों की सफाई का ध्यान ना रखना होता है। इसलिए आज हम आपको एक ऐसा घरेलू उपाय बताने जा रहे हैं, जिसको करने से आपकी आखें बाज़ की आँखों समान तेज़ हो जाएंगी। साथ ही नज़रों के चश्मे से छुटकारा मिल जाएगा। इस उपाय की खासियत यह है, कि इसे किसी भी आयु का व्यक्ति प्रयोग कर सकता है।
चलिए जानते हैं इस उपाय के बारे में!!
आवश्यक सामग्री:-
- गाय का घी – 250 ग्राम (देशी गाय के दूध से बना हुआ)
- साबुत मिश्री – 200 ग्राम
- काली मिर्च – 50 ग्राम
बनाने की विधि:-
- सर्व प्रथम काली मिर्च तथा मिश्री को अलग-अलग कूट कर बारीक चूर्ण तैयार कर लें।
- यदि दोनों को एक साथ कूटोगे तो काली मिर्च का बारीक चूर्ण नही हो पाता है।
- अलग-अलग पीस कर इन्हें एक साथ मिला लें।
- इस उपरांत देशी गाय के दूध से बने गहि को एक बर्तन में इतना गर्म करें कि वह सम्पूर्ण पिघल जाए।
- ध्यान रखें, कि बहुत ज़्यादा गर्म नही करना है, जब सम्पूर्ण पिघल जाए तो बरतन को आँच से उतार लें।
- फिर इसमें ऊपर बनाए गए चूर्ण को मिलाएं।
- अंत में इस मिश्रण को अच्छी तरह चलाकर एक साफ काँच के बर्तन में भरकर रख लें।
सेवन की विधि:-
- 12 वर्ष से छोटी आयु के बच्चे को रोज़ाना आधा-आधा चम्मच सुबह तथा रात के समय गौ दुग्ध के साथ दें।
- 12 वर्ष से अधिक आयु वाले एक-एक चम्मच की मात्रा में प्रतिदिन सुबह तथा रात के समय गौदुग्ध के साथ सेवन करें।
प्रयोग काल:-
- इस प्रयोग का सेवन काल सामन्यतः 8-12 महीने तक होता है।