
बदलते मौसम के कारण बुखार होने की समस्या आज कल आम है। यह एक सामान्य बात है इसलिए इससे घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। परन्तु अक्सर जब किसी को भी बुखार की समस्या होती है, तो सर्व प्रथम हम क्रोसिन अथवा किसी एंटीबायोटिक से बुखार ठीक करने का प्रयास करते हैं। पर क्या आप जानते हैं यह एलोपैथिक दवाओं से बुखार में आराम तो मिल जाता है, पर साथ ही यह दवाएं हमारे लिवर तथा स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालती हैं।
बुखार कई प्रकार का होता है जैसे अंदरूनी बुखार, दिमागी बुखार, टाइफाइड, वायरल फीवर और मलेरिया। बुखार का उपचार इसके लक्षणों के आधार पर होता है। शुरूआती लक्षण को अगर समय पर ही पहचान लिया जाए तो बुखार के असर से बचा जा सकता है और ज़रूरत पड़ने पर इसका उपचार भी किया जा सकता है। इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसे उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसको करने से आप हर प्रकार के बुखार से छुटकारा पा सकेंगे और वो भी घरेलू व आयुर्वेदिक वस्तुओं के उपयोग से।
चलिए जानते हैं इन उपायों के बारे में !!
लहसुन तथा सरसों का तेल:-
- लहसुन की कुछ कलियाँ पीस कर सरसों के तेल में डालें।
- अब इन्हें गर्म कर लें।
- तेल ठण्डा होने के पश्चात इससे पैरों के तलवों की मालिश करें।
तुलसी चाय:-
- मौसम में आए हुए बदलाव से बुखार हुआ हो तो तुलसी की चाय के सेवन से आराम मिलता है।
पुदीना तथा अदरक का काढ़ा:-
- पुदीने और अदरक का काढ़ा पीने से भी बुखार में आराम मिलता है।
- काढ़ा पीने के बाद आराम करे, बाहर हवा में ना निकले।
कच्चा आम:-
- अगर गर्मी में लू लगने से बुखार या टाइफाइड की समस्या हुई है तो कच्चा आम पानी में पका लें।
- अब इसके रस को पानी में घोल कर पीएं।
आहार:-
- बुखार आने पर रोगी को जादा से जादा आराम करना चाहिए और खाने पिने का भी पूरा ध्यान रखे।
- दूध, साबूदाना और मिश्री जैसी हल्की फुलकी चीज़े खाने को दे।
- नारियल पानी और मौसमी का जूस पीना भी अच्छा होता है।
आलू:-
- एक चम्मच सिरका 1 कप गरम पानी में डाल लें।
- इसमें आलू का एक टुकड़ा भिगोकर रोगी के सिर पर रखने से बुखार में आराम मिलेगा।
पानी:-
- बुखार से पीड़ित व्यक्ति के शरीर में पानी की कमी ना हो इसलिए उसे पानी अधिक मात्रा में पानी पिलाना आवश्यक है।
- पानी में ग्लूकोस घोल कर भी ले सकते हैं।
- पानी पीना हो तो पहले उसे उबाल कर रखे और बाद में इसमें से ही पानी पिए।
- गुनगुना पानी पीना जादा बेहतर है।
आयुर्वेदिक घोल:-
- सर्दी और जुकाम के कारण बुखार हुआ हो तो मुलेठी, शहद, तुलसी और मिश्री को पानी में अच्छे से मिला कर गाढ़ा बनाये और मरीज को पिलाए।
- इस आयुर्वेदिक नुस्खे से ज़ुकाम का इलाज होता है तथा बुखार में भी आराम मिलता है।
ठण्डे पानी की पट्टियां:-
- अगर बुखार तेज हो तो मरीज के माथे पर ठंडे पानी में भीगी पट्टियां रखें।
- यह तब तक करें जब तक शरीर का तापमान कम ना हो जाए।
- पट्टी रखने के कुछ देर बाद गरम हो जाती है, ऐसे में थोड़ी देर बाद इसे फिर से पानी में भिगो कर सिर पर रखें।
लहसुन तथा घी:-
- लहसुन की 5 से 7 कलियों को तोड़ कर घी अथवा तिल के तेल में तल लें।
- अब इसमें सेंधा नमक डालकर मरीज को खिलाएं।
- किसी भी कारण से बुखार हो इस उपाय से अवश्य ही ठीक हो जाएगा।